ज्येष्ठ गंगा दशहरा ःKhabarwala24News brajghat (hapur) ब्रजघाटः ज्येष्ठ दशहरा मेले में 30 मई को डुबकी लगाकर पुण्यार्जित को बाहरी प्रांतों समेत आस पास के जिलों के लाखों श्रद्धालुओं ने पड़ाव डाल लिया है। भक्तों का आगमन जोरों पर चल रहा है। बस और ट्रेनों समेत निजी वाहनों में सवार महिला-बच्चों समेत हर कोई जल्द से जल्द गंगानगरी में पहुंचने को आतुर दिखाई दे रहा है।
गंगा मैय्या का जयकारे लगाते पहुंच रहे श्रद्धालु
ज्येष्ठ दशहरा गंगा स्नान मेले में डुबकी लगाने की तमन्ना लेकर आ रहे भक्तों की तादाद तेजी के साथ बढ़ती जा रही है, जिससे गढ़ और ब्रजघाट स्टेशन पर ठहरने वाली ट्रेनों समेत रोडवेज बस गंगा भक्तों से खचाखच भरकर आ रही हैं। वहीं हाईवे पर निजी वाहनों का भी तांता लगा हुआ है, जिनमें सवार महिला-बच्चों समेत हर कोई गंगा मैया के जयकारे लगाता हुआ जल्द से जल्द ब्रजघाट में आयोजित हो रहे ज्येष्ठ मेले में पहुंचने को आतुर नजर आ रहा है।
बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
30 मई की सुबह बृहमकाल में आस्था की डुबकी लगाई जाएगी। पुलिस प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार सोमवार की देर शाम तक ब्रजघाट में दो लाख से भी अधिक भक्तों के पड़ाव डाल चुके हैं, जबकि देर रात को ज्येष्ठ गंगा दशहरा का मुख्य स्नान पर्व की डुबकी लगाने वाले भक्तों की तादाद में कई गुनी बढ़ोतरी होनी तय है। ज्येष्ठ गंगा दशहरा मेले में भक्तों का आवागमन बढऩे से तीर्थनगरी की सैकड़ों धर्मशाला, आश्रम और मंदिर परिसर फुल होने से देर रात में आने वाली लाखों की भीड़ को खुले आकाश के नीचे ठहराव करना मजबूरी रहेगी।
ज्येष्ठ गंगा दशहरा पर शुभ मुहूर्त में डुबकी लगाने का विशेष महत्व
पंडित विनोद शास्त्री ने बताया कि ज्येष्ठ गंगा दशहरा पर गंगा में डूबकी लगाने वाले पापों से मुक्त होते हैं, जबकि बालू की मेंड बनाकर गरीब निराश्रितों को भोजन-वस्त्र का दान करने वालों की संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। उन्होंने बताया कि ज्येष्ठ दशहरा का मुख्य स्नान पर्व सोमवा की देर रात में प्रारंभ होगा, जिसका शुभ मुहूर्त ब्रह्मकाल में प्रात: चार बजे चालू होकर मंगलवार की देर शाम को सूर्यास्त होने तक जारी रहेगा।
डीएम ने गंगा किनारे का दौरा किया
ज्येष्ठ गंगा दशहरे को लेकर जनपद के अधिकारी कोई भी कमी छोड़ना नहीं चाहते है। इसकी को लेकर सुबह से शाम तक पुलिस प्रशासन के अधिकारी गंगा नगरी का निरीक्षण कर रहे है। रविवार की शाम को डीएम प्रेरणाा शर्मा ने ब्रजघाट पहुंच कर गंगा आरती में भाग लिया। उसके बाद गंगा नगरी का निरीक्षण कर वहां पर साफ-सफाई की व्यवस्था को परखा।