Khabarwala 24 News Kannauj: समाजवादी पार्टी के कन्नौज सदर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे अनिल दोहरे के निधन के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्य्क्ष अखिलेश यादव ने आज दिवांगत नेता को श्रद्धांजलि दी। अखिलेश यादव ने अनिल दोहरे के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
अखिलेश यादव पूर्व विधायक के नसरापुर स्थित आवास पर पहुंचे थे। जहां मीडिया से बात करते अखिलेश यादव ने कहा कि यहां से विधायक रहे अनिल दोहरे आज हमारे बीच नहीं है ।इनका पुराना राजनीतिक परिवार रहा है उनके पिताजी से लेकर वह खुद परिवार के सभी सदस्य लगातार सेवा में जनता के लिए लगे रहे। कन्नौज की जनता के बीच में लगातार बने रहे समाजवादी पार्टी ने बहुत ही जिम्मेदार निष्ठावान ईमानदार कार्यकर्ता और नेता खोया है इसकी भरपाई नही हो सकती ।
एक जिम्मेदार निष्ठावान, ईमानदार, कार्यकर्ता व नेता को पार्टी ने खोया
मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के बहुत जिम्मेदार नेता यहां से विधायक रहे अनिल दोहरे आज हमारे बीच नही रहे। हालांकि उनका राजनीतिक परिवार रहा। उनके पिता जी से लेकर वह खुद और उनके परिवार के सभी सदस्य लगातार सेवा में लगे रहे जनता की। कन्नौज की जनता के बीच में सुख–दुख में लगातार बने रहे। समाजवादी पार्टी ने एक बहुत ही जिम्मेदार निष्ठावान, ईमानदार, कार्यकर्ता व नेता खोया है। इसकी भरपाई अब हमें मुश्किल है। इस समय पर हम यही ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस दुख की घड़ी में परिवार को हिम्मत मिले।
अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीती के शुरूआती दौर से हमने उन्हें देखा है। हमने बहुत से नेताओं के साथ और राजनीति में उनके साथ कैसे काम किया जाता है वह लगातार हम लोगों ने देखा है। अनिल दोहरे उनमें से थे जो ईमानदार थे। और कोई बात कही जाती थी तो छिपाते नही थे। जैसे कि राजनीतिक परिस्थितयां रही कन्नौज की उन्होंने समाजवादी पार्टी को हमेशा सही राय दी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के हित में सोंचा ।
अबु आजमी के ठिकानों की जा रही छापेमारी पर क्या बोले अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि यह कोई बड़ा विषय नहीं है। जांच होना, छापे पड़ना आज हमने पार्टी के नेता को खोया है। हमारे लिए यह दुख बड़ा है। जिस नेता ने समाजवादी पार्टी को गांव–गांव पहुंचाया। लगातार मेहनत की और इतनी कम उम्र में उनका जाना। आज जहां इतने संसाधन है। इतनी अच्छी दवाइयां है। इतने अच्छे अस्पताल है। इसके बाद भी अगर हम नही बचा पा रहे है। तो कहीं न कहीं हम लोगों को सोचना होगा कि कितना बेहतर हम लोगों को इलाज करना पड़ेगा जिससे लोगों को जान बचाई जा सके और अगर सही समय पर जानकारी हो, समय पर सही डाइग्नोसिस, समय पर सही इलाज मिल जाये तो शायद हमको इतनी कम उम्र में लोगों को खोना नही पड़ता।