Kartik Purnima Ganga Mela Khabarwala 24 News Garhmukhteshwar (Hapur) : तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेला शुरू हो चुका है। गढ़ खादर क्षेत्र में अस्थाई तंबुओं की नगरी बस गई है। जिससे गंगा का तटीय मैदान रंगबिरंगी छटा बिखेरते हुए रोशनी की झिलमिल से गुलजार हो रहा है। अब तक करीब आठ लाख से अधिक श्रद्धालु गढ़ गंगा मेले में पहुंच चुके हैं। पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ा दी है। ऐतिहासिक पौराणिक गढ़ गंगा खादर मेले में आठ लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने टेंट तंबू में अपना पड़ाव डाल लिया है। वहीं पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं।
महाभारत कालीन है मेला (Kartik Purnima Ganga Mela)
यह मेला लगभग पांच हजार वर्ष पुराना है। यह महाभारत कालीन मेला है। जिस कारण से पश्चिम यूपी, हरियाणा, राजस्थान, एवं दिल्ली जैसे राज्यों में बहुत ही प्रसिद्ध मेला है और इसमे हर वर्ष आने वाले श्रद्धालुओं की सख्या हर वर्ष बढ़ती जाती है। इस वर्ष अनुमान के अनुसार 30-35 लाख श्रद्धालु आने का अनुमान है। जिसमे से कुछ श्रद्धालु लगभग 10 से 12 दिन के लिए अपने परिवार के सहित गंगा के खादर क्षेत्र में आकर के बसते है। ऐसे में बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि पुलिस व्यवस्था मेला क्षेत्र में चाकचौबंद रहे।
तीसरी आंख से रखी जा रही है नजर (Kartik Purnima Ganga Mela)
मेला क्षेत्र में निगरानी रखने हेतु एक मेला कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमे 150 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मेला क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्र पर नजर रख रहे है। साथ ही साथ ड्रोन की तकनीक का भी इस्तेमाल करते हुए गंगा के तटीय इलाकों का एवं ऐसे इलाको में जहां मेला क्षेत्र में लोग बसे हुए है, उनके ऊपर भी निगरानी रखी जा रही है। मेला क्षेत्र में आने-जाने वाले लोगों की चेकिंग के लिए पर्याप्त मात्रा में बैरियर स्थापित किए गए है। इसके साथ ही साथ अस्थाई चौकियां भी मेला क्षेत्र के बाहर बनाई गई है, जो आने वाले लोगों की वाहनों की चैकिंग करेंगे एवं यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए भी वे कारगर होगी।
बताया गया की लगभग 22 पुलिस थाने, 22 वॉच टावर्स, करीब 2200 पुलिसकर्मी तैनात हैं। श्रद्धालुओं के लिए 11 घाट है। उनकी निगरानी के लिए दो कंपनी फ्लड पीएसी एवं एक एनडीआरएफ की टीम के साथ एंटी रोमियों टीम, एंटी गुंडा टीम भी वहां पर तैनात की गई है।
