Khabarwala 24 News New Delhi : Kite Flying पतंगबाजी का अविष्कार भले ही चीन में हुआ हो, पर यह पॉपुलर भारत में हुई। भारत में पुराने राजा-महाराजाओं से लेकर सामान्य लोग तक पतंग उड़ाते थे। यह एक खेल जैसा बन गया और समय के साथ-साथ पॉपुलर होता चला गया। आज के दौर में सामान्य लोग हो, या सेलेब्स, हर कोई पतंग उड़ाने का मज़ा लेता है। देश के पीएम नरेंद्र मोदी को भी पतंग उड़ाना पसंद है और समय मिलने पर वह पतंग उड़ाते भी हैं। पतंग सबसे ज़्यादा और बेहतरीन तरीके से भारत में ही उड़ाया जाता है। भारत के अलावा ज़्यादा देश नहीं है जहाँ पतंग उड़ाई भी जाती है। पर आपको जानकार हैरानी होगी कि पतंग का अविष्कार भारत में नहीं हुआ था।
चीन में हुआ था पतंग का आविष्कार (Kite Flying)
पतंग का अविष्कार चीन में हुआ था। माना जाता है कि पतंग का आविष्कार ईसा पूर्व पांचवी सदी में चीन में हुआ था। दुनिया की पहली पतंग एक चीनी दार्शनिक हुआंग थेग ने बनाई थी। चीन में पतंग का इस्तेमाल दूरियाँ नापने, हवा का परीक्षण करने, लोगों को उठाने, संकेत देने और सैन्य अभियानों के लिए संचार के लिए किया जाता था।
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कई देशों से भारत में आते हैं लोग (Kite Flying)
मकर संक्रांति के अवसर पर जयपुर और अहमदाबाद में तो पतंग महोस्तव का भी आयोजन किया जाता है। कई देशों से इस अवसर पर लोग पतंग उड़ाने के लिए भारत आते हैं और पतंगबाजी का मज़ा लेते हैं। इस दिन आसमान पतंगों से भर जाता है। बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक हर उम्र के लोग पतंगबाजी का मज़ा लेते हैं।
देशभर में करोड़ों का है कारोबार (Kite Flying)
मकर संक्रांति का नाम सुनते ही मन में पतंग का ख्याल आता है, क्योंकि इस अवसर पर देश के कुछ शहरों में जमकर पतंगबाजी होती है। वहीं, पतंगों का देशभर में करोड़ों का कारोबार है और सबसे ज़्यादा जयपुर, अहमदाबाद और मुंबई में ही इसका कारोबार होता है। इससे कई लाख लोगों को रोजगार भी मिलता है।
इसमें सावधानी बरतनी भी है ज़रूरी (Kite Flying)
पतंग उड़ाते समय सावधानी भी ज़रूरी है। कई बार पतंग उड़ाते समय धागा बिजली के तारों में फंस जाता है। इसे खींचने पर झटका लगने का खतरा रहता है। पतंग से उंगली कटने का भी खतरा रहता है। पतंगबाजी करते समय कई बच्चे ध्यान नहीं रखते और छत से गिर जाते हैं। इससे पक्षियों के कटने का भी खतरा रहता है।