Solar Eclipse Khabarwala 24 News New Delhi : सौरमंडल में लगने वाली ग्रहण की घटना भले ही खगोलीय पद्धति पर आधारित हो। लेकिन ग्रहणों का ज्योतिषी में काफी कुछ कहा गया है। ज्योतिषचार्य ग्रहणों के लाभ और हानि का दूरगामी परिणाम के बारे में जानकारी देते हैं। इस वर्ष चार ग्रहण हैं, जिसमें पहला सूर्य ग्रहण 29 अप्रैल 2023 और पहला चंद्र ग्रहण 05 मई को लग चुका है। अब इस वर्ष के अंतिम दो ग्रहण लगने जा रहे हैं। जिसमें 14 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
ज्योतिषियों के मुताबिक एक ही माह में दो ग्रहण लगना बिल्कुल भी लाभकारी नहीं है। इतना ही नहीं 14 अक्टूबर से 04 नवंबर तक के 20 दिन भी खगोलीय घटनाक्रम के नजरिए से बेहद विशेष माने जा रहे हैं। जिसका प्रभाव धरती पर प्राकृतिक आपदा, भूकंप, महामारी, सुनामी, बड़े देशों में युद्ध की स्थिति के रूप में देखा जाएगा।
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कब है सूर्य ग्रहण
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो 2023 में कुल मिलाकर चार ग्रहण हैं। जिसमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं। प्रथम सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगा था और पहला चंद्र ग्रहण 05 मई को लगा था। अब आने वाले दो ग्रहण एक सूर्य ग्रहण और एक चंद्र ग्रहण अश्विन महीने में पड़ेंगे। यह दोनों ग्रहण एक ही महीने में पड़ रहे हैं।
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देश में इतने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण
वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण अश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या पर 14 अक्टूबर शनिवार को लगेगा। यह सूर्य ग्रहण कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण होगा। इसकी विशेषता यह है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। मूल रूप से यह सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका तथा उत्तरी अफ्रीका का किनारा, अटलांटिक और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण शनिवार को रात में 08 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और इसका समापन रात 02 बजकर 25 मिनट पर होगा।
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सूतक काल मान्य होगा या नहीं
यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। यानी कि इस ग्रहण का देश दुनिया पर भौतिक प्रभाव, आध्यात्मिक प्रभाव, सूतक का प्रभाव या किसी प्रकार का धार्मिक प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। इस ग्रहण के दौरान भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए सामान्य दिनचर्या होगी। शास्त्रों की मानें तो, ग्रहण जहां लगता है और जहां दिखता है वहीं इसका प्रभाव भी पड़ता है। इसलिए भारत में यह ग्रहण न दिखने के कारण इसका कोई भी प्रभाव भारतवासियों पर नहीं पड़ने वाला है।
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इन देशों में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। वर्ष का दूसरा सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों को छोड़कर उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, आदि जगहों पर दिखाई देगा।