Khabarwala 24 News New Delhi : Kufri Jamuniya Potato Benefits सामान्य तौर पर डॉक्टर आलू से दूरी बनाने को कहते हैं। स्वास्थ्य को लेकर जागरूक लोग स्वत: ही आलू खाने से परहेज करते हैं लेकिन अब एक ऐसा आलू बाजार में आने वाला है, जिसे डॉक्टर साहब भी खाने के लिए कहेंगे।
इस आलू की खोज केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला ने की है। प्रधानमंत्री द्वारा एक दिन पूर्व पूसा में लांच की गयी 109 किस्मों में से यह भी एक है। इस नई किस्म का नाम कुफरी जामुनिया है। केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला के क्षेत्रीय केंद्र, मोदीपुरम, उत्तर प्रदेश द्वारा इस किस्म को खोजने में करीब 9 साल लग गए। वर्ष 2015 से इसकी शुरुआत की गयी थी। नई किस्मों के लांचिंग के मौके पर प्रधानमंत्री को इस आलू की सराहना भी की थी।
प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. लूथरा ने बताया खास (Kufri Jamuniya Potato Benefits)
केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. एसके लूथरा ने बताया कि कुफरी जामुनिया बैंगनी गूदे वाली एंटी-ऑक्सीडेंट और एंथोसायनिन से भरपूर आलू की किस्म है. इसके 100 ग्राम गूदे में हाई एंटी-ऑक्सीडेंट यानी विटामिन सी (52 मिलीग्राम), एंथोसायनिन (32 मिलीग्राम), कैरोटीनॉयड (163 माइक्रोग्राम) होते हैं।
90 से 100 दिन में तैयार होने वाली किस्म (Kufri Jamuniya Potato Benefits)
यह एक 90-100 दिन में तैयार होने वाली किस्म है और जो आकर्षक गहरे बैंगनी लंबे अंडाकार (10-12कंद प्रति पौधे ) है। इसकी पैदावार 32-35 टन प्रति हेक्टेयर है और सामान्य आलू की तुलना भंडार ज्यादा दिनों तक किया जा सकता है। इसका स्वाद सामान्य आलू की तुलना में बेहतर होता है।
पंजाब, हरियाणा समेत इन इलाकों में (Kufri Jamuniya Potato Benefits)
कुफरी जामुनिया को हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड (मैदानी इलाका), मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, उड़ीसा, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार में उगाया जा सकता है। पिछले महीने ही नोटिफाइड किया गया है।
इस आलू को विकसित करने वाली टीम (Kufri Jamuniya Potato Benefits)
आलू की किस्म विकसित करने में डॉ. एसके लूथरा के साथ आलू अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र, मोदीपुरम के साइंस्टिस्ट डा. दलामूू, जागेश कुमार तिवारी, बबीता चौधरी, वीके गुप्ता, विनोद कुमार, पिंकी रायगोंड, वंदना, अरविंद जयसवाल, ब्रजेश सिंह, जगदेव शर्मा, वीके दुआ, संजय रावल और मेही लाल शामिल रहे हैं।
कुल 61 फसलों की किस्में जारी की गईं (Kufri Jamuniya Potato Benefits)
61 फसलों की 109 किस्मों में 34 फील्ड और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। फील्ड फसलों में मोटे अनाज, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, रेशा और अन्य फसलों के बीज जारी किए गए। बागवानी फसलों में फलों, सब्जियों, रोपण फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विभिन्न किस्में शामिल हैं।
आलू से बन सकती हैं ये स्वादिष्ट चीजें (Kufri Jamuniya Potato Benefits)
कुफ़री जामुनिया से रंगीन सब्जी करी, परौंठा, पूरी, रायता, पकौड़ा, दलिया, सूजी और आटा बनता है। इसके अलावा हलवा, उपमा, डोसा, इडली (बैटर) सूप, कुकीज़, अन्य बेकरी आइटम बनाए जा सकते हैं।