Hapur News Khabarwala 24 News Hapur: एसडीएम सदर सुनीता सिंह ने लेखपाल की आडियो और वीडियो वायरल होने और रिश्वत के आरोप में लेखपाल योगेंद्र को निलंबित कर दिया है। इस मामले की जांच तहसीलदार (न्यायिक) को सौंपी गई है। निलंबन काल के दौरान लेखपाल को रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में सम्बद्ध किया गया है।
क्या है पूरा मामला
बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव लुखराड़ा निवासी दीपचंद ने आरोप लगाया था कि उसने गांव शेखपुर में जमीन का बैनामा कराया था। खरीदी गई जमीन पर किसी बात को लेकर विवाद है। इसके लिए दीपचंद ने जमीन की पैमाइश कराने के लिए नगर तहसील में तैनात लेखपाल से संपर्क किया। जिसके बाद लेखपाल ने जमीन पर कब्जा दिलाने की बात कहते हुए अपने एक निजी सहायक से उसकी मुलाकात कराई। जिसके बाद निजी सहायक ने उससे रिश्वत की मांग की गई, जो उसे दे दिए गए। इस दौरान उसने रुपये देते हुए गुपचुप तरीके से वीडियो बना लिया था। दीपचंद ने मामले की शिकायत करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया। इसके अलावा एक ऑडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें निजी सहायक और दीपचंद के बीच बातचीत हो रही है। निजी सहायक रिश्वत लेने की शिकायत कानूनगो से करने की बात पर दीपचंद को धमकाते हुए जाति विशेष के लिए अपशब्द का प्रयोग कर रहा है।
एसडीएम ने किया लेखपाल को निलंबित
इस मामले की जांच एसडीएम ने तहसीलदार सदर को सौंपा। तहसीलदार ने मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंपी। रिपोर्ट पर एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया। इस मामले में जांच तहसीलदार न्यायिक को सौंपी गई है। इसके साथ ही निलंबन काल के दौरान लेखपाल को रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में सम्बद्ध किया गया है।