Khabarwala 24 News Lucknow: Lok Sabha Chunav 2024 लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर प्रचार आज शनिवार यानि 11 मई की शाम को थम जाएगा। इसके बाद इन सीटों पर सोमवार 13मई को होने वाले मतदान की तैयारी शुरू हो जाएगी। यह सीटें हैं-शाहजहांपुर सु., खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई सु., मिश्रिख सु., उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा सु., कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच सु.। इनमें से चार सीटें सुरक्षित हैं। 2019 के पिछले चुनाव में इन सभी 13 सीटों पर भाजपा जीती थी।
मैदान में हैं भाजपा के आठ सांसद (Lok Sabha Chunav 2024)
मोदी सरकार में मौजूदा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी खीरी से भाजपा के उम्मीदवार हैं। धौरहरा से भाजपा की मौजूदा सांसद रेखा वर्मा, उन्नाव से साक्षी महाराज, इटावा सु. से रामशंकर कठेरिया, अकबरपुर से देवेन्द्र सिंह भोले, हरदोई सु. से जय प्रकाश रावत, शाहजहांपुर सु. से अरुण कुमार सागर को चुनाव मैदान में उतारा गया है। इस तरह से इस चौथे चरण में भाजपा के कुल आठ सांसद चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें से केन्द्रीय राज्यमंत्री भी हैं।
अखिलेश के सामने सुब्रत पाठक (Lok Sabha Chunav 2024)
चौथे चरण की इन 13 सीटों में इस बार कई सीटों पर धुरंधरों के बीच मुकाबला है। सबसे अहम चुनाव तो कन्नौज का है जहां खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव भाजपा के वर्तमान सांसद सुब्रत पाठक से मुकाबिल हैं। 1998 से 2014 तक कन्नौज सीट पर सपा का ही कब्जा रहा। पहली बार 1998 सपा से प्रदीप सिंह यादव जीते, फिर 1999 में मुलायम सिंह यादव इस सीट से सांसद हुए, बाद में उन्होंने यह सीट छोड़ दी। फिर सपा से अखिलेश यादव यहां से लड़े और उपचुनाव में भारी मतों से जीते। 2004 में बसपा के ठाकुर राजेश सिंह और 2009 के चुनाव में बसपा के महेश चन्द्र वर्मा को हरा कर अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट अपने पास बरकरार रखी। 2014 में अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव मोदी लहर के बावजूद यहां से भाजपा के सुब्रत पाठक को हरा कर लोकसभा पहुंचीं। मगर 2019 में बाजी पलट गयी और डिम्पल यादव को हरा कर भाजपा के सुब्रत पाठक जीते।
साक्षी महाराज के खिलाफ अन्नू टंडन (Lok Sabha Chunav 2024)
उन्नाव में मौजूदा सांसद स्वामी साक्षी महाराज के खिलाफ अन्नू टंडन सपा से उम्मीदवार हैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में अन्नू टण्डन उन्नाव से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर लोकसभा पहुंची थीं। उसके बाद 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के स्वामी साक्षी महाराज जीते।
सपा का गढ़ कही जाने वाली इटावा लोकसभा सीट पर भाजपा को पहली दफा 1998 में कामयाबी मिली जब सुखदा मिश्रा यहां से जीतकर लोकसभा पहुंचीं। उसके बाद 1999 के आम चुनाव में सपा के रघुराज सिंह शाक्य सांसद चुने गये। 2001 में भी वह इस सीट को बचाने में कामयाब रहे। 2009 में सपा के प्रेमदास कठेरिया यहां से जीते मगर 2014 में भाजपा के अशोक दोहरे यहां से जीते और फिर 2019 में भाजपा के डा. रामशंकर कठेरिया यहां से सांसद बने।