khabarwala 24 News New Delhi: Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगा है। यहां बसपा सांसद मलूक नागर ने पार्टी का साथ छोड़ राष्ट्रीय लोकदल का दामन थाम लिया है। वह बृहस्पतिवार को रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के आवास पर पहंचे और पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
रालोद में मलूक का किया स्वागत (Lok Sabha Election 2024)
सांसद मलूक नागर के रालोद ज्वाइन करने पर रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि रालोद एक जाति की पार्टी नहीं सभी की है। हमारे मुद्दे वो हैं जो चौधरी चरण सिंह की जो लड़ाई थी उसे कैसे आगे ले जाए। चौधरी अजित सिंह की विरासत को कैसे आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि एक जमीनी नेता अपने परिवार के साथ लोकदल परिवार में शामिल हो रहा है। उन्होंने कहा कि मलूक नागर रालोद के यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष 2005 में रह चुके हैं। मलूक नागर के भाई लखीराम नागर और उनकी पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा नागर भी लोकदल में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि मलूक नागर के पार्टी में आने पर एनडीए और लोकदल को लोकसभा चुनाव 2024 में काफी मदद मिलेगी।
क्या बोले मलूक नागर (Lok Sabha Election 2024)
सांसद मलूक नागर ने कहा कि पिछले 39 सालों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पूरे देश में किसान समाज पिछड़े समाज में उनके परिवार से ब्लाक प्रमुख, एमएलए, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष, सांसद और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे हैं।जब वह सांसद बने तो सपा, रालोद और बसपा का सहयोग था। तीनों दल मिलकर चुनाव लड़ रहे थे।
बिजनौर से कट गया था टिकट (Lok Sabha Election 2024)
बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने मूलक नागर का टिकट काटकर बिजनौर से चौधरी बिजेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था। इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि वो बीएसपी छोड़कर किसी और दल में शामिल हो सकते हैं। मलूक नागर की गिनती मायावती के भरोसेमंद नेताओं में होती थी। 2009 और 2014 में मेरठ और बिजनौर सीट से चुनाव हारने के बाद भी बीएसपी सुप्रीमो ने उन पर भरोसा जताया था और 2019 में फिर बिजनौर से प्रत्याशी बनाया था। सपा, रालोद के साथ गठबंधन का फायदा मिलने की वजह से उन्हें जीत मिली और वो संसद में पहुंचे। इसके अलावा मलूक नागर की गिनती यूपी के सबसे अमीर सांसदों में भी होती है।