Khabarwala 24 News Lucknow: Loksabha Chunav 2024 वेस्ट यूपी में मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद मंडल के 14 लोकसभा सीटों में से लगभग आधे चेहरे बदल दिए गए हैं। 14 में से छह सांसदों के टिकट तो पार्टियों ने काट दिये। संभल में मौजूदा सांसद के देहांत के कारण नए प्रत्याशी की घोषणा करनी पड़ी।
कुल मिलाकर सात सांसद ही ऐसे हैं, जो फिर से मैदान में उतरे हैं। भाजपा के ऐसे सांसदों की संख्या सबसे ज्यादा चार है। बसपा के एक सांसद गिरीश चंद्र को सीट बदलनी पड़ी तो दूसरे सांसद दानिश अली ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। तीसरे फजलुर्रहमान का टिकट बसपा ने काट दिया। इस तरह 14 में से सात के टिकट कट गए।
मेरठ मंडल में तीन सांसदों के टिकट कटे (Loksabha Chunav 2024 )
मेरठ मंडल में लोकसभा की कुल पांच सीटें हैं। मेरठ से राजेन्द्र अग्रवाल, बागपत से सत्यपाल सिंह, गाजियाबाद से जनरल(रि.) वीके सिंह का भाजपा ने टिकट काटकर नए चेहरों को मैदान में उतारा है। केवल गौतमबुद्धनगर से डा.महेश शर्मा और बुलंदशहर(सु.) से भोला सिंह पर फिर से विश्वास करते हुए प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा गया है।
सहारनपुर मंडल में एक का टिकट कटा (Loksabha Chunav 2024 )
सहारनपुर मंडल में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और कैराना लोकसभा क्षेत्र है। सहारनपुर से बसपा ने सांसद फजलुर्रहमान का टिकट काट दिया है। वहां माजिद अली को मैदान में उतारा गया है। मुजफ्फरनगर के सांसद डॉ. संजीव कुमार बालियान और कैराना सांसद प्रदीप चौधरी को भाजपा ने फिर से विश्वास करते हुए मैदान में उतारा है।
मुरादाबाद मंडल में तीन सांसदों के टिकट कटे (Loksabha Chunav 2024 )
मुरादाबाद मंडल में लोकसभा की छह मुरादाबाद, बिजनौर, नगीना, रामपुर, संभल और अमरोहा लोकसभा क्षेत्र है। मुरादाबाद के सपा सांसद एचटी हसन का टिकट काट दिया गया है। बिजनौर के बसपा सांसद मलूक नागर का भी टिकट कट गया है। वहीं नगीना के सांसद गिरीश चंद्र को बसपा ने इस बार बुलंदशहर से प्रत्याशी बनाया है।
संभल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का देहांत हो गया है। अमरोहा के बसपा सांसद दानिश अली इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। रामपुर के भाजपा सांसद घनश्याम लोधी को फिर से प्रत्याशी बनाया गया है।
कौन गया कौन रहा
बसपा के तीन सांसद थे जिसमें मलूक नागर (बिजनौर), फजलुर्रहमान (सहारनपुर) और गिरीश चंद्र (नगीना)। गिरीश चंद्र को बुलंदशहर से टिकट दिया। बाकी दोनों के टिकट काट दिए भाजपा के पास सात सीटें थीं। इसमें राजेंद्र अग्रवाल, सतपाल सिंह, जनरल वीके सिंह का टिकट कटा। सौभाग्यशाली शाली सांसदों में संजीव बालियान, प्रदीप चौधरी, डॉ. भोला सिंह और महेश शर्मा ही रहे।