Khabarwala 24 News Meerut: LokSabha Election 2024 लोकसभा चुनाव 2024 का किला जीतने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा की कोशिश इस बार 2014 का इतिहास दोहराने की है, वहीं पिछली बार की हारी हुई सीटों की भरपाई करने की भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम उत्तर प्रदेश की कमान संभाल ली है।
पीएम मोदी की तीन सभा (LokSabha Election 2024)
यह पहला मौका है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तीन जनसभा करेंगे। मेरठ की सभा हो चुकी है। 6 अप्रैल को प्रधानमंत्री सहारनपुर में पीएम मोदी सभा करेंगे और उसके बाद एक सभा मुरादाबाद मंडल में प्रस्तावित है। गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से चुनाव घोषणा से पहले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लगातार समीक्षा शुरू हो गई थी। पिछले चुनाव में सात सीटें भाजपा हारी थी। यहां पार्टी ने अपने वरिष्ठ मंत्रियों को रणनीति बनाने और तैयारी करने में लगा दिया था।
अमित शाह ने किया सीटों को लेकर मंथन (LokSabha Election 2024)
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को मुजफ्फरनगर और मुरादाबाद में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर मंथन किया। मुजफ्फरनगर में उनका जोर 2014 के परिणामों को दोहराने का रहा। शाह ने इसको इंगित भी किया। 2014 में वह लोकसभा चुनाव के प्रभारी थे और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सभी सीटें भाजपा की झोली में आई थीं। जाट और किसान लैंड मुजफ्फरनगर को साधने के बाद गृहमंत्री ने मुरादाबाद में पहले और दूसरे चरण के पश्चिम क्षेत्र के 13 लोकसभा क्षेत्रों पर मंथन किया। 17 लोकसभा सीटों की कोर कमेटियों के साथ लंबे विचार-विमर्श में उनका सारा जोर बूथों पर मजबूत तैयारी पर था।
2019 लोकसभा चुनाव में भी की थी समीक्षा (LokSabha Election 2024)
2019 के लोकसभा चुनाव में भी मेरठ में ही अमित शाह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते 14 लोकसभा क्षेत्र को लेकर होटल ब्रेवुरा में चुनाव रणनीति बनाई थी। अब इस बार तीसरी बार अमित शाह ने मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र की रैली से शुरुआत कर मुरादाबाद में बैठक की। भाजपा नेताओं की मानें तो गृह मंत्री अमित शाह ने पूरी चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के साथ ताजा समीकरणों को समझा और समझाया। कुल मतदाता, जातिगत आंकड़े, बूथ आदि की संख्या जानी। मजबूत और कमजोर बूथ को लेकर रणनीति बनाई।
बूथ मैनेजमेंट पर अधिक जोर (LokSabha Election 2024)
भाजपा का इस बार बूथ मैनेजमेंट पर अधिक जोर है। पन्ना कमेटियों को मजबूत किया जा रहा है। चुनावी गणित के मुताबिक यदि हर बूथ पर 370 वोट अधिक पड़ जाते हैं तो परिणाम का परिदृश्य ही बदल जाएगा। हर सीट पर तकरीबन दो हजार बूथ हैं। धारा 370 हटाने की तर्ज पर यह बूथ फार्मूला निकाला गया है।
योगी का भी वेस्ट यूपी में दौरा (LokSabha Election 2024)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रबुद्ध सम्मेलन के माध्यम से पहले और दूसरे चरण की सभी सीटों को साधा है। एक दिन में उनके दो से तीन प्रबुद्ध सम्मेलन भी हुए। यानी प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री तीनों ने ही पश्चिम से आक्रामक प्रचार शुरू कर दिया है।
विपक्ष भी करेगा आगाज (LokSabha Election 2024)
भाजपा की तुलना में विपक्ष अभी प्रचार में पीछे है। बसपा प्रमुख मायावती के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे 6 अप्रेल से प्रारंभ हो रहे हैं। वहीं, सपा में अभी टिकट की उलझन ही चल रही है। पांच में से चार सीटों पर उसको प्रत्याशी बदलने पड़े हैं। प्रचार तो अभी शुरू भी नहीं हुआ है।
पश्चिम क्षेत्र में 2014 की स्थिति (LokSabha Election 2024)
भाजपा 14
बसपा 00
सपा 00
कांग्रेस 00
पश्चिम में 2019 की स्थिति (LokSabha Election 2024)
भाजपा 07
बसपा 04
सपा 03
(नोट: उपचुनाव में रामपुर में बाद में भाजपा जीती)