Lucknow News Khabarwala24 News Lucknow : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अफसरों के साथ एक हाई लेवल की बैठक की। सीएम योजना ने प्रदेश में निर्माणाधीन और नई एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं और औद्योगिक कॉरिडोर और डिफेंस कॉरिडोर के विकास की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने एक्सप्रेस-वे की नई और प्रस्तावित परियोजनाओं की टाइमलाइन भी तय कर दी है। इसके साथ ही सभी एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ बड़े स्तर पर पौधारोपण कराने के भी निर्देश दिए।
कुंभ में आने वाले श्रद्धालु उठा सकें लाभ
सीएम योगी ने कहा, मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है? इस एक्सप्रेसवे को दिसंबर 2024 तक जनता के लिए समर्पित करना चाहिए, ताकि देश और दुनियाभर से 2025 के कुंभ में आने वाले श्रद्धालु इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए भूमि चिन्हित की जाए। आपको बता दें कि 594 किलोमीटर छह लेन का गंगा एक्सप्रेसवे राज्य के 12 जिलों से होकर गुजरेगा।
‘बुंदेलखंड को मिली दो नए लिंक एक्सप्रेसवे की सौगात’
बीते साढ़े पांच वर्ष में यूपी में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में रिकॉर्ड कार्य हुआ है। सरकार ने बताया कि 2017 तक यूपी में सिर्फ 2 एक्सप्रेस-वे थे। आज 6 एक्सप्रेस-वे हैं? राष्ट्रीय राजमार्ग भी 5 वर्ष पहले की तुलना में लगभग दोगुने हो गए हैं? बॉर्डर एरिया कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है।बेहतर कनेक्टिविटी विकास को रफ्तार देने का सबसे प्रमुख माध्यम है। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिन्हित कर लिया जाए और पौधारोपण भी किया जाए।
लिंक एक्सप्रेस वे बढ़ाएंगे बुंदेलखंड की तरक्की
सीएम ने कहा, आज पूर्वांचल एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद वर्तमान में गंगा एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस को झांसी और चित्रकूट से जोड़ा जाना आवश्यक है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे और झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए बजट का भी प्रावधान कर दिया गया है। ये दोनों नए एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड की तरक्की की तेज करने वाले होंगे।
धनराशि की नहीं आने दी जाएगी कमी
सीएम ने कहा, पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर के विकास की प्रक्रिया तेज की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि आईएमएलसी स्थान इंटरचेंज के अधिकतम 3 किमी के भीतर ही हो। क्लस्टर के लिए भूमि चिन्हित कर नियमानुसार तत्काल अधिग्रहीत की जाए, इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।