Lucknow News Khabarwala24News Lucknow : जेठानी-देवरानी एक एेसा गिरोह चलाती थी जो टेम्पो और ई-रिक्शा में सवार लोगों के साथ टप्पेबाजी करती थी। भोले भाले लोगों को यह गिरोह अपना शिकार बना लेती थी। इस गिरोह की तीन महिलाओं और एक बच्ची को लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। आरोपित महिलाओं के कब्जे से चोरी का एक मंगलसूत्र बरामद हुआ है। आरोपित महिलाए भीड़-भाड़ और मेला लगने वाली जगह पर भी लोगों को अपना निशाना बनाती है। वारदात को अंजाम देकर गिरोह के सदस्य अपने अपने घरों को लौट जाते थे।
पुलिस के अनुसार मानसनगर निवासी प्रज्ञालता ने मुकदमा दर्ज कराया था कि रविवार को अपनी सास के साथ आटो से अजंता हॉस्पिटल जा रही थी। अवध चौराहे के पास उनके आटो पर तीन महिलाएं और एक किशोरी आकर बैठ गई। आटो में बैठते ही वह उलटी करने लगी। इस बीच किसी ने उनका मंगलसूत्र चोरी कर लिया। उन्होंने मंगलसूत्र तलाशा पर कुछ पता नहीं चला। इसके बाद वह दूसरे आटो में बैठकर अजंता अस्पताल पहुंचकर वहां मौजदू परिजन को वारदात के बारे में जानकारी दी। परिवार वाले आरोपी महिलाओं की तलाश करते हुए अवध चौराहे के पास पहुंचे तो वहां वह महिलाएं खड़ी थी। तीन महिलाओं और एक बच्ची को पकड़कर कृष्णानगर पुलिस को सौंप दिया।
मध्यप्रदेश का है गिरोह
पुलिस के अनुसार टप्पेबाज महिलाओं का यह गिरोह मध्यप्रदेश के राजगढ़ का है। इस गिरोह के सदस्य महिलाएं जगह- जगह फैल गई हैं। जो महिलाएं पुलिस की गिरफ्त में आई हैं वह मऊ का गिरोह है। यह महिलाएं ट्रेन से दूसरे शहर जाती हैं। इसके बाद ऑटो से अस्पताल व मंदिर के आसपास जाती हैं। आटो वाला भी गिरोह का ही सदस्य रहता है। सवारी बैठते ही यह अजीबो- गरीब हरकत करने लगती हैं। जिससे सवारी का ध्यान भटक जाता है। इस वह जेवर और रुपये चोरी कर लेती हैं।
बदल देती हैं शहर
पुलिस द्वारा पकड़ी गई महिलाओं ने बताया कि वह 10 से 15 दिन घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह सभी दूसरे शहर चली जाती हैं। जिससे वह पकड़ में न आएं।
जेठानी-देवरानी गिरोह के नाम से जाना जाता है गिरोह
पुलिस के अनुसार गिरोह में शामिल सभी महिलाएं एक ही परिवार की है। इनकी शादी रिश्तेदारी में ही होती हैं। जिसके कारण इस महिलाओं का गिरोह जेठानी-देवरानी गिरोह के नाम से जाना जाता है।