Khabarwala 24 News New Delhi : Maa Saraswati On Tongue कई बार लोगों के साथ ऐसा होता है कि वे कुछ कहते हैं और अगले ही पल उनकी कही बात सच हो जाती है, तो ऐसे में कहा जाता है कि जरूर से उस वक्त उस इंसान के मुख में सरस्वती विराजमान रहीं होगी, तभी उसकी बात सच हो गई।
न जाने मां सरस्वती जिव्हा पर विराजमान हों और बात सच हो जाए, इसलिए बचपन से यही सिखाया जाता है कि हमेशा अच्छी बातें ही करनी चाहिए। इस वजह से अक्सर ही लोग कहा करते हैं कि मुंह से कुछ भी बुरा शब्द नहीं निकालना चाहिए। आज हम यही बताने वाले हैं कि मां सरस्वती किस समय हमारे जिव्हा पर विराजमान होती हैं, जिससे कही हुई बातें सच होने लग जाती हैं।
जिव्हा पर कब विराजित होती हैं मां सरस्वती (Maa Saraswati On Tongue)
पुराणों की मानें तो मां सरस्वती प्रति दिन में कुछ मिनट के लिए हर मनुष्य के जिव्हा पर विराजित होती हैं, इस दौरान मनुष्य जो कुछ भी बोलता है, उसकी कही हुई हर बात सच हो जाती है, जी हां! वह चाहे अच्छी बात हो या बुरी। कहा जाता है कि मां सरस्वती के जिव्हा पर विराजमान होने का समय ब्रह्म मुहूर्त में है। मां सरस्वती मनुष्य के जिव्हा पर 3 बजकर 10 मिनट से लेकर 3 बजकर 15 मिनट तक विराजित रहती हैं, मनुष्य जो भी उनसे मांगता है, मां सरस्वती उस इच्छा को पूरा करती हैं।
5 मिनट तक विराजमान होती हैं मां सरस्वती (Maa Saraswati On Tongue)
मां सरस्वती प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में 5 मिनट के लिए हर इंसान के जीभ पर बैठती हैं, इसलिए तो ब्रह्म मुहूर्त को इतना शुभ माना जाता है। यदि आपको अपनी किसी भी इच्छा को पूरा करना है तो रोज सुबह 3 बजे उठकर मां सरस्वती से अपने इच्छा की कामना करें और साथ ही उनका शुक्रिया अदा करना भी न भूलें। आप सुबह 3 बजकर 10 मिनट के समय जो कुछ भी देवी सरस्वती से मांगेंगे, आपकी सारी इच्छाएं पूरी हो जाएंगी, क्योंकि उस वक्त मां सरस्वती खुद जिव्हा पर विराजमान होती हैं।