Khabarwala 24 News New Delhi : Madhubala हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्री मधुबाला ने अपने पुराने दर्द को भुलाने के लिए किशोर कुमार से शादी की थी. लेकिन जैसा कि अक्सर होता है, पुराने दर्द का पीछा आसानी से साथ नहीं छोड़ता. यह शादी उनके लिए दुख और कठिनाई के दिनों की शुरुआत बन गई. ये बात केवल मधुबाला ही नहीं, बल्कि उनके करीबी लोग भी जानते थे कि इस बेमेल शादी का क्या परिणाम होगा. एक बार उनकी करीबी दोस्त नादिरा ने कहा था, “हे भगवान, मधु तुम क्या कर रही हो।”
पिता के नियंत्रण में रही मधुबाला की जिंदगी (Madhubala)
मधुबाला की जिंदगी हमेशा उनके पिता के नियंत्रण में रही और यही कारण था कि उन्हें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनके पिता की इच्छा के कारण मधुबाला को अपने जीवन के फैसले लेने में मुश्किलें आईं। अगर उन्होंने किशोर कुमार से शादी न की होती और किसी और से शादी की होती तो शायद उनकी जिंदगी के आखिरी दिन कुछ आसान और शांतिपूर्ण हो सकते थे।
किशोर कुमार से गिड़गिड़ाती रहीं मधुबाला (Madhubala)
मधुबाला और किशोर कुमार की जोड़ी पर्दे पर जितनी असामान्य और बेमेल लगती थी। असल जीवन में भी कुछ वैसी ही थी। किशोर कुमार और मधुबाला एक-दूसरे से बहुत अलग थे। बाद में किशोर कुमार को अपनी आदर्श पत्नी लीना चंद्रवारकर मिली, लेकिन मधुबाला को वह शांति और सुकून कभी नहीं मिला, जिसे वह चाहती थीं। मधुबाला ने शायद अपने अतीत को भुलाने के लिए किशोर कुमार से शादी की थी लेकिन इस फैसले का खामियाजा उन्हें बहुत भारी पड़ा।
दिल के छेद का इलाज लेने के लिए थी बेबस (Madhubala)
मधुबाला, जो अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती थीं। एक वक्त ऐसा आया जब उन्हें इलाज के लिए विदेश जाना पड़ा लेकिन जब उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत थी। कोई भी उनके साथ नहीं था। किशोर कुमार भी तैयार नहीं थे। एक करीबी दोस्त ने किशोर कुमार से रिक्वेस्ट की। तब जाकर वह उनके साथ लंदन गए। यह बात 1960 की है। वहां मधुबाला के कई मेडिकल टेस्ट हुए और डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी कि वह चिंता न करें लेकिन यह भी कहा कि बच्चों को जन्म न दें।
दिल की बीमारी और पति की ओर से अनदेखी (Madhubala)
मधुबाला की मौत के बाद दिल के छेद की सर्जरी सामान्य हो गई, लेकिन 60 के दशक में यह बहुत कम लोगों को ही पता था। आखिरकार, वह मुंबई वापस लौट आईं और अगले नौ सालों तक दर्द में जूझती रहीं। किशोर कुमार हिंदी सिनेमा के महान सिंगर थे। उनके बारे में लोग जानते थे कि वह बहुत मनमौजी, कंजूस और कभी-कभी सनकी हो जाते थे। वह कभी गंभीर, कभी दार्शनिक होते थे और कभी पूरी तरह से जंगली।