Khabarwala 24 News New Delhi : Major Train Accident Averted बिहार के समस्तीपुर में 11 साल के लड़के की समझदारी से बड़ा रेल हादसा टल गया। दरअसल लड़के ने लाल गमछे से ट्रेन रुकवा दी और सैकड़ों रेल यात्रियों की जान बचाने का काम किया। उसकी समझदारी के लिए रेलवे प्रशासन ने उसे पुरस्कृत किया है।
समस्तीपुर रेल मंडल के DRM विनय श्रीवास्तव ने 5 जून को प्रशस्ति पत्र के साथ ही स्कूल बैग, किताब और कॉपी देकर लड़के को सम्मानित किया। DRM ने कहा कि हम चाहते हैं कि शाहबाज और लोगों के लिए मिसाल बने। इसके लिए वह शाहबाज की बहादुरी के लिए सरकार से बाल वीरता पुरस्कार देने की मांग करेंगे।
ट्रैक में दरार थी, सूझबूझ से लिया काम (Major Train Accident Averted)
1 जून की दोपहर को मोहम्मद शाहबाज घर जा रहा था। रास्ते में रेलवे ट्रैक के पास से गुजरते हुए शाहबाज ने देखा कि ट्रैक में दरार पड़ी थी। उसी वक्त ट्रैक पर समस्तीपुर की ओर से आ रही ट्रेन दिखी। शाहबाज ने एहतियात बरतने में देर नहीं की। धूप से बचने के लिए जो लाल रंग का गमछा पहन रखा, उसे उतारकर लहराने लगा। ट्रेन चालक ने भी सतर्कता दिखाई और ट्रेन रोक दी। कहा गया कि ट्रैक की वजह से काठगोदाम एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो सकती थी, जिसमें 1500 यात्री सवार थे लेकिन शाहबाज की सूझबूझ और ट्रेन पायलट की तीव्र प्रतिक्रिया की वजह से अनहोनी नहीं हुई।
बाल वीरता पुरस्कार के लिए भेजेंगे नाम (Major Train Accident Averted)
समस्तीपुर रेल मंडल के DRM विनय श्रीवास्तव ने कहा कि हम सभी का धर्म बनता है कि कहीं भी कुछ गलत हो तो उसको रोकने का प्रयास करें। उन्होंने आगे कहा कि शाहबाज ने बहुत ही साहसिक कार्य किया है। DRM ने बताया कि शाहबाज ने सूझबूझ के साथ इतने कम उम्र में नागरिक कर्तव्य का उदाहरण पेश किया है। उसको इतनी समझ थी कि पटरी टूटी हुई देख कर लाल रंग का कपड़ा लहराकर ट्रेन रोक दी। DRM ने कहा कि हम चाहते हैं कि शाहबाज देश के सारे बच्चों के लिए प्रेरणा स्रोत बने, इसीलिए उसका नाम बाल वीरता पुरस्कार के लिए भेजा जाएगा।