Khabarwala 24 News New Delhi: Month Of March साल 2024 का तीसरे महीना मार्च शुरू हो चुका है। एक समय ये महीना साल का पहला महीना हुआ करता था। जिसे शूरवीरों का महीना भी कहा जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये महीना तीसरे नंबर पर कैसे आ गया। चलिए इतिहास के पन्ने पलटते हुए इसकी वजह जानते हैं।
मार्च कैसे पड़ा नाम (Month Of March)
मार्च को लैटिन शब्द मार्टियस से लिया गया है। जो युद्ध के रोमन देवता का नाम था। दरअसल ये महीना खगोलशास्त्री सोसिजीन द्वारा विकसित किया गया था। ऐसे में क्योंकि ये पहला महीना था इसलिए इसका नाम जोश से भर देने वाला रखने का सोचा गया। यही कारण था कि इसका नाम युद्ध के देवता के नाम पर रख दिया गया। जब रोमन कैलेंडर की शुरुआत हुई तो इस महीने को साल का पहला महीना माना गया। आपको बता दें उस समय कैलेंडर में 12 नहीं बल्कि 10 ही महीने हुआ करते थे।
मार्च साल का तीसरा महीना कैसा बना? (Month Of March)
मार्च को तीसरा महीना बनाने का श्रेय रोमन शासक नुमा पोम्पिलियस को जाता है। दरअसल नुमा पोम्पिलियस ने ही जनवरी और फरवरी को साल की शुरुआत में जोड़ा था, जिसके चलते मार्च तीसरे नंबर का महीना हो गया। हालांकि कुछ संसकृृतियों और धर्मोंं में साल की शुरुआत अब भी मार्च महीने से ही मानी जाती है। आपको बता दें कि मार्च उन 7 महीनों में से है जिसमें 31 दिन होते हैं।
हर्षोल्लास का भारत में महीना (Month Of March)
भारत में मार्च माह को हर्षोल्लास के महीने के रूप में देखा जाता है। ये महीना फाल्गुन माह के आसपास होता है। साथ ही इस महीने में महाशिवरात्रि और होली जैसे पर्वों को बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाता है। साथ ही महिलाओं के लिए भी ये महीना बेहद खास होता है, क्यों इसी महीने महिला दिवस भी मनाया जाता है। जिसे महिलाओं के खिलाफ अंहिसा के दिन से जोड़कर देखा जाता है।