MP News Khabarwala24 News Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी व्यक्ति से मुलाकात और उनका सम्मान कर गुरुवार को डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया। भोपाल स्थित सीएम आवास पर मुलाकात हुई है।
#MadhyaPradesh शिवराज सिंह चौहान है तो जनता भगवान है –शिवराज सिंह चौहान,,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यक्ति के पैर धोए @ChouhanShivraj @BJP4India @BJP4MP @INCIndia @RahulGandhi @priyankagandhi pic.twitter.com/V04Gf5MNgo
— khabarwala24 (@khabarwala24) July 6, 2023
वीडियो जो सामने आया है उसमें नजर आ रहा है कि सीएम आदिवासी शख्स को लेकर खुद आवास के अंदर आए। वहां एक कुर्सी रखी हुई थी और सीएम ने उन्हें इस कुर्सी पर बैठाया। सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद उनके सामने कुर्सी पर नहीं बैठे थे बल्कि एक छोटी सी मेज पर बैठे थे। इसके बाद एक थाली मंगवाई गई और फिर सीएम ने अपने हाथों से पेशाब कांड के पीड़ित शख्स के पैर धोए। सीएम ने इसके बाद खड़े होकर पीड़ित के माथे पर तिलक लगाया और फिर माला पहनाकर उनका सम्मान कर उन्हें शॉल भेंट की। भगवान गणेश की एक प्रतिभा भी आदिवासी व्यक्ति को दी गई है। इसके बाद सीएम आदिवासी पीड़ित के पास एक अन्य कुर्सी पर बैठे और उन्हें अपने हाथों से खिलाया। वीडियो में नजर आया कि इसके बाद दोनों के बीच कुछ देर तक बातचीत भी हुई। इस मुलाकात के दौरान सीएम शिवराज सिंह ने पीड़ित आदिवासी शख्स से कहा कि वीडियो देख कर मुझे पीड़ा हुई है। मैं आपसे माफी मांगता हूं। लोग मेरे लिए भगवान के समान हैं।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक वीडियो सामने आया था। इसमें एक युवक दूसरे युवक पर पेशाब करता नजर आया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद हंगामा मच गया था। राज्य सरकार ने इस वीडियो को लेकर आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की है। आरोपी पर एनएसए भी लगाया जा रहा है। इसके अलावा आरोपी के घर पर बुलडोजर कार्रवाई भी की गई है। आरोपी रीवा को जेल में बंद है।
इस मामले में कांग्रेस पार्टी लगातार मध्य प्रदेश की सरकार पर हमलावर थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बेहद ही गंभीर कांड पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि इस घटना ने मध्य प्रदेश में भाजपा नेता के अमानवीय अपराध ने आदिवासियों और दलितों के प्रति भगवा पार्टी की नफरत का असली चरित्र सामने ला दिया है। लेकिन अब शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित आदिवासी को सम्मानित कर विपक्ष को जवाब दिया है। सीएम शिवराज के इस कदम को डैमेज कंट्रोल के तौर पर भी देखा जा रहा है।