Khabarwala 24 News New Delhi: Multigrain flour बीमारियो से बचने के लिए अक्सर लोग गेंहू की रोटी को छोड़कर मल्टीग्रेन आटे की रोटी खाना पसंद करते हैं। मल्टीग्रेन आटे में कई सारे अनाज मिलाकर आटा बनाया जाता है। इस आटे में बाजरा, ज्वार, जौ और किनोआ मिलाकर आटा बनाया जाता है। इस खाने में फ्लैक्स सीड, सनफ्लावर सीड और पंपकिन सीड्स भी मिले होते हैं।
मल्टीग्रेन आटे के क्या हैं नुकसान (Multigrain flour)
मल्टीग्रेन आटा सेहत के लिए बेहद अच्छा माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं इसका सेवन करने से शरीर को नुकसान भी हो सकता है।
पाचन से जुड़ी परेशानी (Multigrain flour)
मल्टीग्रेन आटे में अनाज और बीजों को मिक्सकर बनाया जाता है। जिसकी वजह से इसे पचाना मुश्किल हो जाता है। मल्टीग्रेन आटा डाइजेस्ट होने में काफी समय लेता है जिससे ब्लॉटिंग, पेट दर्द, पेट फूलने की समस्या हो सकती है।
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पूरा फायदा नहीं मिलता (Multigrain flour)
मल्टीग्रेन आटे का सेवन करने से फायदा पूरे तरह से नहीं मिल पाता है, क्योंकि अनाज ठीक से पच नहीं पाता है जिससे शरीर जरूरी न्यूट्रिशन अब्जॉर्ब नहीं कर पाते हैं।
कब्ज की समस्या (Multigrain flour)
मल्टीग्रेन आटे का सेवन करने से कब्ज की समस्या हो सकती है। पाचन में समय लगने की वजह से यह आंतों में रह जाता है जिससे कब्ज की परेशानी हो जाती है।
क्या है अनाज खाने का सही समय (Multigrain flour)
अनाज खाने का सही समय होता है। जौ का ब्रेकफास्ट में खाना चाहिए। वहीं ब्राउन राइस को लंच में खाना चाहिए। राजगिरा को डिनर में खाना चाहिए। पंपकिन सीड्स, फ्लैक्स सीड्स, सनफ्लावर सीड्स को भूनकर खा सकते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं। Khabarwala 24 News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें।