Khabarwala 24 News New Delhi : Mumbai-Dubai Underwater Train भारत और दुबई के बीच प्रस्तावित अंडरवॉटर ट्रेन का सफर सचमुच रोमांचक होने वाला है। सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन ये सच होने जा रहा है। इस ट्रेन की स्पीड 600 किमी/घंटे से 1000 किमी/घंटे तक हो सकती है और यह मुंबई से दुबई तक का सफर सिर्फ दो घंटे में तय कर सकेगी। यह प्रोजेक्ट काफी चर्चा में है, और इसे लेकर बड़े निवेश और तकनीकी चुनौतियां सामने आ रही हैं। अनुमान के मुताबिक, इसे पूरा करने के लिए अरबों डॉलर की जरूरत होगी। इस प्रोजेक्ट को तकनीकी और इंजीनियरिंग की कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना होगा।
हवाई यात्रा से भी तेज होगा सफर
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत और दुबई के बीच एक शानदार ट्रेन नेटवर्क स्थापित किया जाएगा, जो करीब 1200 मील (2000 किमी) की दूरी को समुद्र के नीचे कवर करेगा। इस अंडरवॉटर ट्रेन की मदद से यात्री समुद्र के नीचे से होते हुए अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। इसकी स्पीड 600 किमी/घंटे से लेकर 1000 किमी/घंटे तक हो सकती है, जो इसे हवाई यात्रा से भी तेज बना देती है। मुंबई से दुबई का सफर जो 3-4 घंटे का है, अब दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
भारत-दुबई के रिश्ते को मजबूती
इस प्रोजेक्ट का एक और अहम पहलू यह है कि यह भारत और दुबई के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा। दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। यही नहीं, इस ट्रेन के जरिए सामान, जैसे कि कच्चा तेल और अन्य वस्तुएं भी तेज़ी से ट्रांसपोर्ट की जा सकेंगी। साथ ही, यात्री और माल परिवहन के लिए एक सुविधाजनक और तेज़ विकल्प मिलेगा। हालांकि यह प्रोजेक्ट बेहद रोमांचक है, लेकिन इसमें काफी निवेश की आवश्यकता होगी।
2030 तक पूरा हो सकता प्रोजेक्ट
हालांकि यह प्रोजेक्ट अभी भी चर्चा में है और इसकी स्वीकृति का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि यह सफर अगले कुछ सालों में शुरू हो सकता है। यदि यह योजना सफल होती है, तो यह यात्रियों के लिए एक नया और रोमांचक अनुभव होगा, जो उनके सफर को और भी खास बना देगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सब कुछ सही रहा, तो इस प्रोजेक्ट को 2030 तक पूरा किया जा सकता है।
वर्तमान में दुबई में कितने हैं भारतीय
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में अब तक संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रवासियों की संख्या 2.80 मिलियन है। वहीं साल 2023 में पाकिस्तानियों की संख्या 1.29 मिलियन है यानी पाकिस्तानियों के मुकाबले भारतीयों की संख्या ज्यादा है। साल 2000 में यूएई की जनसंख्या केवल 3.13 मिलियन थी, जोकि साल 2010 में दो गुनी से ज्यादा 8.54 मिलियन हो गई। वहीं 10 साल के बाद 2020 में यहां की जनसंख्या 9.89 मिलियन हो गई और फिर 2023 में यह आंकड़ा 10.17 मिलियन तक पहुंच गया।