खबरwala24 न्यूज हापुड़: नगर पालिका ने आय बढ़ाने के लिए एक और कदम बढ़ाया गया। शहर से प्रतिदिन निकलने वाले सूखे कूड़े का निस्तारण होगा। सिकंदर गेट स्थित एमआरएफ सेंटर (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर) में कूड़े को अलग-अलग कर इसे बेचा जाएगा। जबकि, बाकी बचे सूखे कूड़े से खाद बनाई जाएगी। शासन ने नगर पालिका को 16.50 लाख से मशीनें उपलब्ध कराई हैं।जल्द ही इनका संचालन शुरू हो जाएगा।
शहर के सभी 41 वार्डों से प्रतिदिन 106 टन कूड़ा निकलता है। इसमें 60 से 65 टन कूड़ा गीला और लगभग 40 टन कूड़ा सूखा निकलता है। सूखे कूड़े के निस्तारण के लिए सिंकदर गेट पर एक एमआरएफ सेंटर बनाया गया है। इसमें प्रतिदिन पांच टन कूड़े का निस्तारण होगा। इस कूड़े में से कांच की बोतल, प्लास्टिक, पालीथिन, पुराने कपड़े व जूते सहित अन्य सामान को मशीनों की मदद से अलग-अलग किया जाएगा और कबाड़ियों को बेचा जाएगा। गौरतलब है कि एमआरएफ सेंटर का निर्माण वर्ष 2020 में हुआ था। जिसके बाद से लेकर अब तक मशीनों का इंतजार अधिकारी कर रहे थे, जो अब पूरा हो गया है। मंशीनों का संचालन कराने के लिए एक कंपनी को टेंडर दिया जाएगा। टेंडर होने के बाद प्रतिदिन मशीनों का संचालन होगा और कूड़े का निस्तारण हो सकेगा।
आय में होगी वृद्धि
नगर पालिकाएं इस समय आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। ऐसे में कूड़ा बेचकर इस आर्थिक तंगी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही शहर की बड़ी समस्या कूड़े के निस्तारण होने पर समस्या भी समाप्त होगी।
कैसे होगा कूड़ा अलग अलग
पहले सूखे कूड़े को कन्वेयर मशीन में रखा जाएगा। जहां कूड़ा अलग-अलग होगा। इसके बाद फटका मशीन में कूड़े को डाला जाएगा। जो कूड़े से मिट्टी आदि को अलग कर सामान की सफाई करेगी। इसके बाद कूड़े से निकले साफ सामान को प्लास्टिक के डिब्बों में रखा जाएगा।
कम्पोस्ट पिट में बनाई जाएगी खाद
घरों से निकलने वाले सब्जी और फलों के छिलके आदि को कम्पोस्ट पिट में डाला जाएगा। इसके ऊपर कुछ तैयार खाद डाली जाएगी। 20 से 25 दिन बाद यह सामग्री भी खाद में बदल जाएगी। इसके लिए एमआरएफ सेंटर पर 11 कम्पोस्ट पिट बनाए गए हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
एमआरएफ सेंटर के लिए अब मशीनें मिल गई हैं। शासन ने शहर में तीन और अन्य स्थानों पर सेंटर बनाने के लिए स्वीकृति दी है। जिसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है। शहर में जल्द ही सूखे कूड़े का निस्तारण हो सकेगा। अमित निम्बेकर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, स्वच्छ भारत मिशन