Khabarwala 24 News New Delhi : Neem Leaves Control Cholesterol आजकल तेजी से फैल रही कई बीमारियों में से एक है हाई कोलेस्ट्रॉल। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल की बढ़ती समस्या का मुख्य कारण खराब जीवनशैली, गलत खान-पान और शारीरिक गतिविधियों की कमी है। इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और बीपी जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं।
ऐसे में इसे कंट्रोल करने का सबसे आसान और असरदार तरीका है अपनी जीवनशैली और खान-पान का ध्यान रखना। हालाँकि, कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी हैं जिनकी मदद से आप नसों में बढ़ने वाले खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल जड़ से खत्म हो जाएगा (Neem Leaves Control Cholesterol)
दरअसल हम बात कर रहे हैं नीम की पत्तियों की, ये कड़वी पत्ती कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए किसी औषधि से कम नहीं है। न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल बल्कि समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। दरअसल, नीम की पत्तियां एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-वायरल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-कार्सिनोजेनिक, एंटी-मलेरिया गुणों से भरपूर होती हैं।
ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद (Neem Leaves Control Cholesterol)
नीम की पत्तियों में मौजूद गुणों का खजाना रक्त को शुद्ध करने और रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। इतना ही नहीं, ये पत्तियां ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी मदद करती हैं। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो इसकी पत्तियां भी आपके काम आ सकती हैं।
हृदय स्वस्थ रखती नीम की पत्तियां (Neem Leaves Control Cholesterol)
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, नीम की पत्तियों में निम्बिडिन नामक पदार्थ होता है जो रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करता है, जिससे रक्त प्रवाह अच्छा होता है और हृदय तक पर्याप्त ऑक्सीजन भी पहुंचती है। ऐसे में खाली पेट नीम की पत्तियों का सेवन करने से दिल स्वस्थ रहता है और हार्ट अटैक का खतरा टलता है।
कोरोनरी हृदय रोग भी ठीक होता है (Neem Leaves Control Cholesterol)
अध्ययनों के अनुसार, नीम की पत्तियों के रोजाना सेवन से कोरोनरी हृदय रोग भी ठीक हो सकता है। यह रक्त के थक्कों को भी रोकता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। ऐसे में दिल की सेहत के लिए नीम की पत्तियां काफी फायदेमंद साबित हो सकती हैं।
इस्तेमाल का सही तरीका क्या है (Neem Leaves Control Cholesterol)
कोलेस्ट्रॉल के मरीज़ नीम की पत्तियों या छाल से निकाले गए रस का सेवन करते हैं जो स्वाद में बहुत कड़वा होता है। इसलिए इसकी पत्तियों या छाल से रस निकालने के लिए पानी का उपयोग करें और फिर केवल 2 से 3 चम्मच रस का ही सेवन करें। आप इसे किसी भी फल के रस या दही आदि के साथ मिला सकते हैं, इससे इसका स्वाद कम कड़वा होगा।