New Parliament Khabarwala24News New Delhi: PM नरेंद्र मोदी संतों के नेतृत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संगोल को लेकर नई संसद में प्रवेश हुए और लोकसभा कक्ष में स्पीकर की कुर्सी के ठीक सामने इसे स्थापित किया। यहां से पीएम नई संसद के हॉल में पहुंचे, जहां सभी गणमान्य मौजूद थे। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के साथ नए संसद भवन का औपचारिक लोकार्पण किया। इस मौके पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ, जिसमें 12 धर्मों के प्रतिनिधियों ने पवित्र शब्दों का उच्चारण किया और नई संसद की सफलता, सुरक्षा की कामना की गई। देश के 20 विपक्षी दलों ने इस समारोह का बहिष्कार किया, जबकि 25 दल लोकार्पण समारोह में शामिल हुए।
New Parliament त्रिकोणीय आकार की चार मंजिला इमारत
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के कालीनों, त्रिपुरा के अगरतला के बांस से बने फर्श और राजस्थान के पत्थर की नक्काशी के साथ नया संसद भवन भारत की विविधता को दर्शाता है। अंग्रेजों से सत्ता के हस्तांतरण का प्रतिनिधित्व करने के लिए पहली बार तत्कालीन पीएम जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्राप्त तमिलनाडु का एक ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल नए संसद भवन में स्थापित हुआ। यह त्रिकोणीय आकार की चार मंजिला इमारत है, जिसका निर्मित क्षेत्र 64500 वर्ग मीटर है। इसके तीन मुख्य द्वार हैं- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार। इसमें वीआईपी, सांसद और आगंतुकों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार हैं।
![New Parliament: PM नरेंद्र मोदी ने हवन-पूजा के बाद लोकसभा में स्थापित किया सेंगोल, देश को मिल गई नई संसद, सर्वधर्म प्रार्थना का हुआ आयोजन New Parliament: PM नरेंद्र मोदी ने हवन-पूजा के बाद लोकसभा में स्थापित किया सेंगोल, देश को मिल गई नई संसद, सर्वधर्म प्रार्थना का हुआ आयोजन](https://www.khabarwala24.com/wp-content/uploads/2023/05/MODI-157x300.jpg)
1927 में बना था पुराना संसद भवन Parliament
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा निर्मित इस भवन में भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, सांसदों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान दिया गया है। इमारत में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य बैठ सकते हैं। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक की स्थिति में निचले सदन में कुल 1280 सदस्यों को समायोजित किया जा सकता है। भारत का पुराना संसद भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था, जो अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है। इसके दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था का भी अभाव था। भारत में फिलहाल 1971 की जनगणना के आधार पर किए गए परिसीमन पर आधारित लोकसभा सीटों की संख्या 545है और राज्यसभा में सीटों की संख्या 245 हैय़ आने वाले समय में आबादी के हिसाब से नए सिरे से परिसीमन होगा, जिसके बाद दोनों सदनों में सदस्यों की संख्या बढ़ेगी। इसी वजय से नई संसद की जरूरत थी।
नए संसद भवन के लोकार्पण के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने किया साष्टांग दंडवत प्रणाम!#MyParliamentMyPride pic.twitter.com/2OpJsnU4og
— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 28, 2023
New Parliament यह दल कर रहे हैं नई संसद भवन के लोकार्पण का बहिष्कार
कांग्रेस
तृणमूल कांग्रेस
डीएमके
जदयू
आम आदमी पार्टी
एनसीपी
माकपा
शिवसेना-यूबीटी
समाजवादी पार्टी
राजद
सीपीआई
आइयूएमएल
नेकां
जेएमएम
केरल कांग्रेस (मणि)
विदुथलाई चिरुथिगल काची
राष्ट्रीय लोकदल
आरएसपी
एमडीएमके
एआइएमआइएम
New Parliament गैर-एनडीए 5 पार्टियां भी उद्घाटन समारोह में शामिल होंगी
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (1 सांसद)
बीजू जनता दल (21 सांसद)
बहुजन समाज पार्टी (10 सांसद)
तेलुगु देशम पार्टी (4 सांसद)
वाईएसआरसीपी (31 सांसद)
एनडीए के सभी घटक दल होंगे शामिल
भारतीय जनता पार्टी (394 सांसद)
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) (15 सांसद)
नेशनल पीपुल्स पार्टी, मेघालय (2 सांसद)
राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक प्रगतिशील पार्टी (1 सांसद)
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (1 सांसद)
जननायक जनता पार्टी
अन्नाद्रमुक (5 सांसद)
आईएमकेएमके
आजसू (1 सांसद)
आरपीआई (आठवले) (1 सांसद)
मिजो नेशनल फ्रंट (2 सांसद)
तमिल मनीला कांग्रेस (1 सांसद)
आईटीएफटी (त्रिपुरा)
बोडो पीपुल्स पार्टी
पट्टाली मक्कल काची (1 सांसद)
महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी
अपना दल (2 सांसद)
असम गण परिषद (1 सांसद)
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