Khabarwala 24 News New Delhi: New speaker of Delhi Assembly Vijendra Gupta दिल्ली में भाजपा की सरकार बन चुकी है। विधानसभा जहां 2015 में 3 और 2020 में 8 भाजपा विधायक थे, वहीं अब पार्टी पूर्ण बहुमत में है। वहीं जो आम आदमी पार्टी तीन बार सरकार बनाई, पहले चुनाव के बाद ही सत्ता में पहुंची, वो पहली बार विपक्ष की भूमिका में दिखाई देगी।
दिल्ली विधानसभा का स्पीकर भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता को बनाया जा रहा है। विजेंद्र गुप्ता को जबसे स्पीकर बनाए जाने की बात हुई है, तब उसे उनकी एक फोटो खूब वायरल हो रही है। कहा जा रही है कि यही फोटो आम आदमी पार्टी के विधायकों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
क्यों वायरल हुई थी फोटो? (New speaker of Delhi Assembly Vijendra Gupta)
वायरल फोटो में विजेंद्र गुप्ता को मार्शल उठाकर दिल्ली विधानसभा से बाहर ले जाते दिखाई दे रहे हैं। फोटो दस साल पुरानी 30 नवंबर 2015 की है, तब विधानसभा में भाजपा के महज तीन विधायक थे। तत्कालीन आप विधायक अलका लांबा के खिलाफ ओपी शर्मा द्वारा कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने पर भारी रोष मच गया था, तब विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा से बाहर निकाल दिया गया था।
तब विधानसभा के अंदर संग्राम मच गया था। किसी भी हाल में विजेंद्र गुप्ता सदन से बाहर नहीं जाना चाहते थे। मार्शलों को बुलाया गया और फिर मार्शलों ने उन्हें उठाकर विधानसभा से बाहर कर दिया। आखिरी मौके तक विजेंद्र गुप्ता बाउंसरों से भी सदन में बने रहने के लिए लड़ते रहे। वायरल हो रही फोटो इसी दौरान की है।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई थी कार्रवाई (New speaker of Delhi Assembly Vijendra Gupta)
दरअसल तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने विजेन्द्र गुप्ता को शाम 4 बजे तक सदन से बाहर जाने को कहा। जब उन्होंने हटने से इनकार कर दिया, तो मार्शलों को बुलाया गया और उन्हें कैसे सदन से बाहर निकाला गया था वह वीडियो में देखा जा सकता है। विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया था कि AAPके विधायकों ने तीन भाजपा विधायकों के साथ दुर्व्यवहार किया और उन पर हमला किया। उनका कहना है कि इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अब उसी विधानसभा में स्पीकर बनकर विजेंद्र गुप्ता वापस लौट रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने के बाद विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि मुझे दिल्ली विधानसभा का अध्यक्ष बनाने की जिम्मेदारी देने के लिए मैं पार्टी का आभारी हूं। मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी करूंगा। मुझे उम्मीद है कि सदन में हमारे बीच स्वस्थ चर्चा होगी।