Khabarwala 24 News New Delhi : no fuel for old vehicles राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि 15 साल से पुराने वाहनों को 1 अप्रैल से पेट्रोल-डीजल नहीं मिलेगा। इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा जो ऐसे वाहनों की पहचान करेगी। पर्यावरण विभाग, एमसीडी और एनडीएमसी के साथ पर्यावरण मंत्री ने मैराथन बैठक के बाद कहा कि पिछली सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। केंद्र सरकार की ओर से दिए गए फंड का भी सही इस्तेमाल नहीं किया गया, जिससे दिल्लीवासियों को हर साल जहरीली हवा झेलनी पड़ रही है।
तीन प्रमुख कारणों से बढ़ रहा है प्रदूषण (No Fuel For Old Vehicles)
1. धूल प्रदूषण – पिछली सरकार ने सड़कों पर स्प्रिंकलर नहीं लगाए, जिससे हवा में धूल के कण बढ़ते गए।
2. वाहन प्रदूषण – सड़कों पर पुराने वाहन धुआं छोड़कर हवा जहरीली कर रहे हैं।
3. निर्माण कार्यों से प्रदूषण – निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन जैसी तकनीकों का इस्तेमाल नहीं हो रहा।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए बड़े फैसले लिए हैं (No Fuel For Old Vehicles)
1 अप्रैल से 15 साल पुराने वाहनों को ईंधन नहीं मिलेगा। हैवी व्हीकल्स की दिल्ली में एंट्री पर सख्त निगरानी होगी। हाई-राइज बिल्डिंग्स और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में एंटी-स्मॉग गन लगाना अनिवार्य होगा। यूनिवर्सिटी के छात्रों को वृक्षारोपण अभियान से जोड़ा जाएगा।
प्रदूषण कम करने के लिए अपनाएंगे क्लाउड सीडिंग तकनीक (No Fuel For Old Vehicles)
दिल्ली में खाली जमीनों पर जंगल विकसित किए जाएंगे। बड़े औद्योगिक संस्थानों को प्रदूषण कम करने के लिए नए गैजेट लगाने के निर्देश दिए जाएंगे। क्लाउड सीडिंग तकनीक अपनाई जाएगी ताकि प्रदूषण बढ़ने पर कृत्रिम बारिश से हवा को साफ किया जा सके।
दिल्ली का प्रदूषण खुद कम करेंगे, फिर दूसरों को सलाह देंगे (No Fuel For Old Vehicles)
मंत्री सिरसा ने कहा कि दिल्ली का 50% से ज्यादा प्रदूषण खुद का है इसलिए पहले हम अपने राज्य में प्रदूषण कम करेंगे, तभी दूसरे राज्यों से इस मुद्दे पर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की सभी अथॉरिटी को निर्देश दिया गया है कि वे इस अभियान में सरकार का पूरा सहयोग करें। गौरतलब है कि दिल्ली हर साल सर्दियों में प्रदूषण की चपेट में आ जाती है, जिससे लोगों को सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।