Khabarwala 24 News New Delhi : NZL Team Big Spirit चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में रविवार को दुबई में न्यूजीलैंड का सामना भारत से होगा। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम का आईसीसी के सीमित ओवरों के टूर्नामेंट में यह छठा फाइनल होगा।
पिछले पांच-छह साल के खेल का जायजा लिया जाए तो उसने वनडे के 2019 और 2023 में खेले गए पिछले दो विश्व कप में फाइनल और सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। वहीं, 2021 और 2022 में खेले गए टी-20 विश्व कप में फाइनल और सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल रही। 2021 में न्यूजीलैंड टीम आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतने में सफल रही।
बड़े मैचों में पासा पलटने की महारथ (NZL Team Big Spirit)
न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम लगातार अपने प्रदर्शन से चौंका रही है। क्रिकेट के मैदान पर दिग्गजों को ठिकाने लगाने वाला न्यूजीलैंड आबादी के हिसाब से एक बहुत छोटा सा देश है। इसकी आबादी महज 52 लाख है। भारत के पांचों बड़े शहर मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई और कोलकाता तो उससे बहुत आगे हैं। जनसंख्या के मामले में उसका मुकाबला पुणे से है। हालांकि पुणे की आबादी भी 70 लाख के पार है, जो किवियों के मुकाबले लगभग डेढ़ गुना ज्यादा है। फिर भी उसकी क्रिकेट टीम पूरी दुनिया में अपनी सफलता के झंडे गाड़े हुए है। उनकी टीम में भले ही कोई सुपरस्टार खिलाड़ी ना हों, लेकिन उनके पास बड़े मैचों में पासा पलट देने की महारथ है।
दक्षिण अफ्रीका पर जीत शानदार (NZL Team Big Spirit)
क्रिकेट हो या कोई और खेल उसकी खूबसूरती यह है कि यह आपको सपने देखने और उन्हें हकीकत में बदलने का मौका देता है। यह हमें इरादे और विश्वास के साथ कुछ असाधारण करने में सक्षम बनाता है। न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में जो किया वह इस खेल का सबसे शानदार रूप था।
वो आसानी से घुटने नहीं टेकती है। न्यूजीलैंड के क्रिकेटर जानते थे कि एक ऐसी टीम कैसे बनाई जाए जिससे एक और एक ग्यारह का योग निकले। इस टीम में प्रत्येक खिलाड़ी ने एक विशिष्ट भूमिका निभाई और सभी ने टीम की नीतियों का पालन किया। नतीजा यह रहा कि न्यूजीलैंड टीम एक और फाइनल खेलने जा रही है।
खेलों पर उपनिवेशवाद का असर (NZL Team Big Spirit)
देश में सबसे लोकप्रिय खेल रग्बी, नेटबॉल और क्रिकेट हैं। इन सभी खेलों की उत्पत्ति ब्रिटेन से हुई है, जो उनके प्रमुख प्रभाव को दिखाता है। यह केवल एक खेल के बारे में नहीं है-यह इस बारे में है कि कैसे “दुनिया के सबसे निचले पायदान पर स्थित वह छोटा सा देश विभिन्न खेलों में बड़े देशों के खिलाफ सफलतापूर्वक प्रतिस्पर्धा करने में कामयाब रहा है।” न्यूजीलैंड का शुमार रग्बी की बड़ी टीमों में किया जाता है। न्यूजीलैंड ने 1954 में पहली बार रग्बी लीग विश्व कप के बाद से हर रग्बी लीग विश्व कप में भाग लिया है। वो 2000 और 2013 के बीच लगातार तीन टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है। 2008 में, न्यूजीलैंड ने पहली बार विश्व कप जीता।
ओलंपिक में भी बजता है डंका (NZL Team Big Spirit)
न्यूजीलैंड का प्रदर्शन ओलंपिक खेलों में भी खासा दमदार रहता है। 2024 पेरिस ओलंपिक में न्यूजीलैंड ने 10 गोल्ड, 7 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज सहित 20 मेडल जीते थे। ये छोटा सा देश पदक तालिका में 11वें स्थान पर रहा था। ये उसके लिए कोई तुक्का नहीं है।
टोक्यो ओलंपिक में भी न्यूजीलैंड ने 20 पदक (7 गोल्ड, 6 सिल्वर, 7 ब्रॉन्ज) जीते थे। 2016 रियो डी जनेरो में उसने 18 पदक अपने नाम किए थे। जिन खेलों में न्यूजीलैंड ओलंपिक में पदक जीतता आ रहा है, वो हैं रोइंग, डोंगी चालन, एथलेटिक्स, सेलिंग, घुड़सवारी, साइकिलिंग, तैराकी, मुक्केबाजी और रग्बी सेवन। वो अब तक ओलंपिक में 63 गोल्ड मेडल सहित 157 पदक अपने नाम कर चुका है।
बच्चों के लिए खेल का माहौल (NZL Team Big Spirit)
न्यूजीलैंड में अधिकांश बच्चे किसी क्लब में शामिल होते हैं और कम से कम एक ग्रीष्मकालीन और एक शीतकालीन खेल खेलते हैं। न्यूजीलैंड में खेलना संस्कृति का एक हिस्सा है जो लोग छोटे या मध्यम आकार के ग्रामीण कस्बों में रहते हैं। वे अक्सर कई खेल खेलते हैं। माता-पिता स्पष्ट रूप से इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार ऑकलैंड विश्वविद्यालय में खेल समाजशास्त्र के प्रोफेसर टोनी ब्रूस के अनुसार इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। ब्रूस का मानना है कि देश के ब्रिटेन के साथ संबंध, इसकी भौगोलिक स्थिति और खेलों में शुरुआती सफलता, सभी ने इसकी हालिया सफलता में योगदान दिया है।
आगे बढ़ने के लिए दृढ़ संकल्प (NZL Team Big Spirit)
न्यूजीलैंड की सफलता की कभी अनदेखी नहीं हुई। पुरुष क्रिकेट टीम के प्रदर्शन ने भारत में बाजार खोल दिया। आईपीएल में खिलाड़ियों को हाथों हाथ लिया गया। ब्लैक कैप्स के खेलने के तरीके की जोरदार तारीफ हुई। न्यूजीलैंड के पूर्व उप प्रधानमंत्री ग्रांट रॉबर्टसन का कहना है कि न्यूजीलैंड की संस्कृति में खेल को दिए गए महत्व ने उसे सबसे बड़े मंचों पर फलने-फूलने में सक्षम बनाया।
रॉबर्टसन का मानना है, “न्यूजीलैंड में जनसंख्या में कम होने के कारण अंतर्निहित दृढ़ संकल्प होता है। जब आप छोटे होते हैं तो कुछ हासिल करने के लिए दोगुना संघर्ष करते हैं।” उम्मीद है कि भारतीय क्रिकेट टीम इस बात को अच्छी तरह समझ रही होगी।