Khabarwala 24 News Hapur: OTS (ओटीएस ) पंजीकरण में नेटवर्क सुस्त पड़ गया है, एक ओटीएस करने में दस से 15 मिनट का समय लग रहा है। ऐसे में 20 दिन के अंदर महज 9584 उपभोक्ताओं ने ही पंजीकरण कराया है, इसके साथ ही बिजली चोरी में पकड़े गए 377 उपभोक्ता भी योजना में शामिल हुए हैं। इनसे अब तक 15 करोड़ की वसूली हो सकी है। जबकि जिले के उपभोक्ताओं पर बकायेदारी 250 करोड़ से अधिक है।
आठ नवंबर से शुरू हुई थी OTS योजना
आठ नवंबर से ओटीएस (OTS)योजना शुरू हुई थी, इसमें 30 नवंबर तक पंजीकरण करने पर एक किलोवाट तक के घरेलू कनेक्शन धारकों को विलंब शुल्क में 100 तो दो किलो वाट तक वाले उपभोक्ताओं 90 फीसदी छूट का प्रावधान था। योजना के दौरान दिवाली, गंगा स्नान का अवकाश रहा, जिस कारण कुछ ही दिन योजना पर कार्य हुआ।
कमजोर नेटवर्किंग कर रही दिक्कत
कमजोर नेटवर्किंग के कारण एक केंद्र पर दिनभर में 60 से 80 ओटीएस (OTS)ही हो सकी। जन सेवा केंद्रों पर भी यही समस्या बनी रही। आलम यह रहा कि 20 दिनों में तीनों डिवीजन से सिर्फ 9584 उपभोक्ताओं ने ही पंजीकरण कराया है, जबकि इन डिवीजनों में उपभोक्ताओं की संख्या करीब 2.90 लाख है।
पंजीकरण के लिए यह सकती है मारामारी
30 नवंबर यानि आज ओटीएस (OTS)में पंजीकरण के लिए मारामारी तय मानी जा रही है, क्योंकि एक दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच आवेदन करने पर विलंब शुल्क में मिलने वाली छूट भी काफी कम रह जाएगी। जिसका उपभोक्ताओं को अधिक लाभ नहीं मिलेगा। जुर्माना वाले उपभोक्ताओं को 65 फीसदी तक छूट का प्रावधान है, लेकिन उस हिसाब से अभी तक पंजीकरण नहीं हो सके हैं। तीनों डिवीजन में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 12 हजार के करीब है, जिन पर 32 करोड़ से अधिक का बकाया है, लेकिन इनमें सिर्फ 377 ने ही पंजीकरण किया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ता ओटीएस (OTS) योजना में पंजीकरण कराकर विलंब शुल्क में छूट पाएं। योजना समाप्ति के बाद वसूली अभियान चलेगा। इसमें बकाएदारों के कनेक्शन भी काटे जाएंगे।