Khabarwala 24 News New Delhi: Pakistan Election पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होना है। इस चुनाव में पाकितान की जनता अपने देश का अगला प्रधानमंत्री चुनेगी। आपको बता दें कि पाकिस्तान में भी आम चुनाव की प्रक्रिया करीब-करीब भारत जैसी ही है। आज हम आपको बताएंगे कि पाकिस्तान में बिना ईवीएम मशीन के कैसे चुनाव होता है और पाकिस्तानी नागरिक कैसे वोट डालते हैं।
बैलेट पेपर से डालते हैं वोट (Pakistan Election)
पाकिस्तान चुनाव में ईवीएम मशीन का इस्तेमाल नहीं होता है। वहां पर बैलेट पेपर से वोट डाला जाता है। जानकारी के मुताबिक 8 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए 26 करोड़ बैलेट पेपर छापें गए हैं। जिसका कुल वजन करीब 2100 टन है।
कैसे होता है मतदान (Pakistan Election)
पाकिस्तान में बैलेट पेपर से वोटिंग होने के समय हर पोलिंग बूथ पर एक सरकारी अधिकारी मौजूद रहता है। वोटिंग खत्म होने के बाद सभी पोलिंग बूथ पर तैनात अधिकारी अन्य कर्मचारियों के सहयोग से हाथों से बैलेट पेपर को गिनते हैं। जिसके बाद परिणाम की घोषणा की जाती है।
पाकिस्तान की कौन कौन सी हैं प्रमुख पार्टियां (Pakistan Election)
पाकिस्तान की चुनावी प्रक्रिया समझने के बाद अब जानते हैं कि पाकिस्तान में कौनसी पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं। वैसे तो कई पार्टियां हैं, जो चुनाव में अपने उम्मीदवार उतार चुकी हैं। लेकिन पाकिस्तान में प्रमुख दल तीन ही हैं। इनमें पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज, पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) हैं।
इस्लामिक देश है पाकिस्तान
भारत की तरह पाकिस्तान एक सेक्युलर देश नहीं है। वह एक इस्लामिक देश है। यही कारण है कि पाकिस्तान में हमेशा एक मुसलमान ही प्रधानमंत्री बनता है। वहां पर कभी भी कोई हिंदू प्रधानमंत्री नहीं बन सकता है। जबकि भारत एक सेक्युलर देश है, यहां पर किसी भी धर्म का व्यक्ति किसी भी पद पर चुनाव जीतकर आ सकता है।
कितनी सीटों पर होता है पाकिस्तान में चुनाव?
भारत की तरह पाकिस्तान में भी चुनाव होता है। भारत में जैसे राज्यसभा का चुनाव होता है, वैसे ही पाकिस्तान में अलग अलग राज्यों के असेंबलियों के सदस्य पाकिस्तानी सीनेट का चयन करते हैं । वहीं निचले सदन में सदस्यों को आम चुनावों के माध्यम से चुना जाता है। बता दें कि पाकिस्तान में कुल 342 सीटें हैं, इनमें से 272 सीटों पर सीधे चुनाव होता है, जबकि 70 सदस्यों को खास तरह से चुना जाता है। इनमें से 60 सीटें महिलाओं के लिए पहले से रिजर्व रहती हैं, जबकि 10 सीटें देश के पारंपरिक और धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के लिए आरक्षित हैं। हालांकि इनका चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व नियम के तहत होता है। इसका अर्थ ये है कि जो पार्टी जितनी सीटें जीतती है, उसी के सदस्य अधिक नामित होते हैं।
पीएम बनने के लिए कितनी सीट की जरूरत
8 फरवरी को होने वाले चुनाव में जनता नेशनल असेंबली के लिए वोटिंग करेगी। इसमें पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के 272 सांसद चुने जाएंगे। चुनाव का परिणाम आने के बाद फिर जिस भी पार्टी या गठबंधन के पास बहुमत होता है, उस पार्टी का प्रधानमंत्री बनता है।