Khabarwala 24 News New Delhi: Pakistan News दुनिया भर में लोग 1 जनवरी को नए साल का जश्न मनाएंगे। हालांकि, नए साल का जश्न सभी लोग एक तरह से नहीं मनाते है। यूरोप में जहां लोग इस दिन जमकर पार्टी करते हैं। उधर भारत में ज्यादातर लोग इस दिन को घर में अपनों के साथ सेलिब्रेट करते हैं। वहीं भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात की जाए तो वहां के लोग भी कुछ हद तक भारत की तरह ही नए साल का जश्न मनाते हैं। हालांकि, नए साल के जश्न के लिए ज्यादातर पाकिस्तानी एक चीज अपने घर में जरूर बनवाते हैं, आइए आपको बताते हैं कि आखिर वो चीज क्या है.
पाक में क्या बिकता है सबसे ज्यादा (Pakistan News)
पाकिस्तान में ज्यादातर लोग नॉनवेज खाते हैं। यहां किसी भी विशेष दिन पर लोग नॉनवेज बनाते हैं, इसलिए नए साल की सुबह वहां चिकन और मटन की दुकानों पर काफी भीड़ होती है। कई बार ये भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि लोगों को लाइनों में लग कर अपनी बारी का इंतजार करना होता है। भारत में भी इस दिन नॉनवेज खाने वाले लोग सुबह-सुबह मीट की दुकानों पर पहुंच जाते हैं। खासतौर से अगर नए साल का पहला दिन बुधवार या रविवार हो तो ये भीड़ और ज्यादा बढ़ जाती है। अंग्रेजी वेबसाइट रिपोर्ट लिंकर की खबर के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 3.7 मिलिटन टन मीट खाया जाता है।
पाकिस्तानी कैसे मनाते हैं न्यू ईयर (Pakistan News)
पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है। इसलिए वहां नया साल वैसे नहीं मनाया जाता, जैसे यूरोप या बाकी के देशों में मनाया जाता है। इसके अलावा पाकिस्तान में बहुत से लोग नया साल एक जनवरी को नहीं बल्कि उस दिन मनाते हैं, जिस दिन उनके मजहब के हिसाब से उन्हें मनाना चाहिए। वर्ष 2024 की बात करें तो पाकिस्तानी लोगों के लिए साल 2024 का नया साल 17 जुलाई के करीब शुरू हो सकता है। दरअसल, इस्लाम को मानने वाले लोग हिजरी कैलेंडर, जिसे इस्लामिक कैलेंडर भी कहा जाता है उसके हिसाब से चलते हैं। इसे चंद्र कैलेंडर भी कहते हैं।
कब शुरू हुई इस कैलेंडर की शुरूआत (Pakistan News)
इस कैलेंडर की शुरुआत 622 ईस्वी से हुई है और इसी के अनुसार, इस्लाम में नया साल मुहर्रम के पहले दिन से शुरू होता है। हालांकि, इस बार पाकिस्तान ने नए साल के जश्न पर रोक का फैसला किया है। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनावर-उल-हक काकड़ ने नए साल के जश्न पर प्रतिबंध का ऐलान करते हुए कहा कि गाजा के लोगों के प्रति एकजुटता जताने के लिए देश में नए साल के जश्न पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है।