Khabarwala 24 News New Delhi : PM Modi Master Plan अबू धाबी (UAE) के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान पहली दो दिवसीय भारत यात्रा पर है लेकिन पीएम मोदी से उनकी मुलाकात कोई नई बात नहीं है। फरवरी में पीएम मोदी यूएई गए थे, जहां एक भव्य मंदिर की आधारशिला रखी गई थी, जिसके लिए जमीन खुद यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने लीज पर ली थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी 7 बार यूएई का दौरा कर चुके हैं। सिर्फ यूएई क्यों, बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर से लेकर सऊदी अरब तक सभी से गजब की दोस्ती है।
खाड़ी देशों के साथ भारत के रिश्ते (PM Modi Master Plan)
पीएम मोदी की वजह से खाड़ी देशों के साथ भारत के रिश्ते अब तक के सबसे ऊंचे मुकाम पर हैं। पीएम मोदी इन देशों का नियमित दौरा करते रहते हैं। उनके नेताओं से उनके खास रिश्ते हैं। पीएम मोदी यूएई का सात बार, सऊदी अरब और कतर का दो-दो बार दौरा कर चुके हैं। यहां तक कि वे ओमान और बहरीन भी जा चुके हैं। 2015 में जब पीएम मोदी यूएई गए थे, तब 34 साल बाद कोई भारतीय पीएम यूएई गया था। इससे हम समझ सकते हैं कि यूएई शुरू से ही पीएम मोदी के लिए कितना मायने रखता है। अब इसका फायदा भारत को मिल रहा है।
भारत को यूएई से क्या फायदा (PM Modi Master Plan)
यूएई के राष्ट्रपति पीएम मोदी को अपना भाई बताते हैं। 2019 में उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से भी सम्मानित किया गया था। यूएई का मानना है कि मौजूदा अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में भारत का महत्व बहुत ज्यादा है। इसकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, जहां निवेश करके वह काफी कमाई कर सकता है। इस रिश्ते का फायदा भारत को भी मिल रहा है। पहली बार भारत भारतीय मुद्रा में कच्चा तेल खरीद रहा है। यूएई सबसे बड़े निवेशकों में से एक है। यूएई के लिए भारत इसलिए भी अहम है क्योंकि यूएई की कुल आबादी में एक तिहाई भारतीय हैं।
पीएम मोदी के लिए खाड़ी देश (PM Modi Master Plan)
1. सबसे बड़ी बात यह है कि भारत से बाहर रहने वाले एक चौथाई से ज्यादा भारतीय खाड़ी देशों में रहते हैं।
2. खाड़ी देशों में करीब 90 लाख भारतीय रहते हैं, जिनमें से 34.3 लाख अकेले यूएई में और 25.9 लाख सऊदी अरब में रहते हैं।
3. कुवैत में 10.3 लाख, ओमान में 7.8 लाख, कतर में 7.5 लाख और बहरीन में 3.3 लाख भारतीय रहते हैं।
4. विदेशों में रहने वाले भारतीयों द्वारा भेजे जाने वाले पैसे का आधा हिस्सा इन्हीं देशों में रहने वाले भारतीयों से आता है।
5. अगर तेल और गैस की जरूरत है तो वह खाड़ी देशों से ही आती है। भारत की तेल की करीब 65 फीसदी जरूरतें इन्हीं देशों से पूरी होती हैं।
6. कतर से एलएनजी और सऊदी अरब-ओमान से कच्चा तेल आता है। इनसे भारत की जरूरतें पूरी होती हैं।
7. यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। खाड़ी देशों से अरबों डॉलर का निवेश आता है।
8. सबसे अहम बात यह है कि खाड़ी देश हमेशा पाकिस्तान के भारत विरोधी एजेंडे का मुकाबला करने में मदद करते हैं।