Khabarwala24 News Hapur : प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाइ) 2.0 लागू कर दी गई है। इस नई योजना में पिता के आधार कार्ड के अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। जबकि तीन किस्त में मिलने वाली धनराशि को दो किस्त में कर दिया गया है। लाभार्थियों के खाते में अब दो बार में ही पांच हजार रुपये पहुंच जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि पीएमएमवीवाइ योजना को अब पूरी तरह से डिजिटल कर दिया गया है। अब बच्चा पैदा होने के 270 दिनों तक लाभार्थी इस योजना के तहत अपना पंजीकरण करा सकेंगी। इसमें फार्म भरने की जरूरत नहीं है। आशा और एएनएम पोर्टल पर सीधे लाभार्थी का ब्यौरा भर सकेंगी। योजना में पहले पिता का आधार कार्ड होना अनिवार्य था, लेकिन अब इसे समाप्त कर दिया गया है।
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक परीक्षक तेवतिया ने बताया कि इस योजना में पहले लाभार्थी को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये मिलते थे। अब यह धनराशि दो बारे में दी जाएगी। प्रथम किस्त में तीन हजार रुपये जब मिलेंगे जब प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच लाभार्थी की हो चुकी होगी। जबकि दूसरी किस्त दो हजार रुपये बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरे होने पर मिलेंगे।
अभी तक 34770 फार्म हुए पंजीकृत
पीएमएमवीवाइ के जिला कार्यक्रम समन्वयक परीक्षा तेवतिया ने बताया कि 34770 फार्म पंजीकृत किए जा चुके हैं। अभी तक 19.03 करोड़ का भुगतान लाभार्थियों को किया जा चुका है। 2022-23 में 15 मार्च तक 2.88 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
पिता का आधार समाप्त होने से क्या होगा फायदा
ऐसा होने से अब उन महिलाओं को भी लाभ मिल सकेगा जो तलाकशुदा और अपने पति से अलग रहती है। अब सिर्फ मां के आधार कार्ड पर ही इस योजना का लाभ मिल सकेगा।