Khabarwala24News New Delhi Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता Rahul Gandhi राहुल गांधी को अब नया पासपोर्ट बनवाना है। लेकिन इसमें एक दिक्कत है। दरअसल राहुल गांधी को पासपोर्ट बनवाने के लिए अदालत से अनापत्ति प्रमाण पत्र (Noc) की जरूरत होगी । इसके लिए राहुल गांधी ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट का रुख किया है। इस मामले में अदालत में आज सुनवाई होगी।
आपको बता दें कि संसद से सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी Rahul Gandhi ने अपना डिप्लोमैटिक पासपोर्ट सरेंडर कर दिया था। इसके बाद उन्हें देश से बाहर जाने के लिए पासपोर्ट की जरूरत होगी.। लेकिन नेशनल हेराल्ड मामले में नाम होने की वजह से राहुल को साधारण पासपोर्ट जारी कराने के लिए कोर्ट के Noc की जरूरत है।
अदालत में राहुल ने दी ये दलील
अदालत का दरवाजा खटखटाते हुए राहुल ने अपनी याचिका में कहा है कि नेशनल हेराल्ड मामले में जमानत देते वक्त कोर्ट ने देश से बाहर जाने पर कोई रोक नहीं लगाई थी। इसलिए उन्हें Nocदी जाए। राहुल Rahul Gandhi की याचिका पर एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट वैभव मेहता की कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी।
शिकायतकर्ता से अदालत ने मांगा था जवाब
अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (ACMM) वैभव मेहता ने नेशनल हेराल्ड मामले में शिकायतकर्ता भाजपा नेता डॉ सुब्रमण्यम स्वामी से राहुल गांधी के आवेदन पर जवाब मांगा था। इसके बाद मामले में अगली सुनवाई बुधवार को करनी तय कर दी गई थी। कोर्ट ने 19 दिसंबर, 2015 को राहुल गांधी Rahul Gandhi और अन्य की जमानत नेशनल हेराल्ड मामले में मंजूर करते हुए गिरफ्तारी से राहत दे दी थी।
अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं राहुल गांधी
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी Rahul Gandhi 31 मई को एक हफ्ते के लिए अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं। इस दौरान वह 4 जून को न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वायर गार्डन में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। इसके अलावा राहुल गांधी कैलिफोर्निया की एक यूनिवर्सिटी के इवेंट में भी शामिल होंगे।
राहुल की पिछली विदेश यात्रा काफी सुर्खियों में रही
इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी Rahul Gandhi एक अन्य विदेश दौरे पर गए थे। राहुल की वह यात्रा काफी सुर्खियों में रही थी। मार्च महीने में राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी गए थे और उन्होंने इस दौरान केंद्र सरकार को लोकतंत्र और अल्यपसंख्यकों के मुद्दों को लेकर घेरा था। राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात करते हुए यह कहा था कि संसद में हमारा माइक बंद कर दिया जाता हैय़ इसके अलावा उन्होंने दावा किया था कि केंद्र सरकार संस्थाओं पर लगातार दवाब बना रही है।