Khabarwala 24 News Hapur: Railway News कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में गढ़मुक्तेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन में किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए रेलवे ने छह ट्रेनों का स्टोपेज गढ़मुक्तेश्वर रेलवे स्टेशन पर दिया है। इससे देश भर से यहां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी।
15 नवंबर को है मुख्य स्नान (Railway News)
कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले का इस बार मुख्य स्नान 15 नवंबर को होगा। गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले एतिहासिक मेले में पंजाब,हरियाणा,दिल्ली, राजस्थान समेत देश के विभिन्न राज्यों लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बड़ी संख्या में लोग दीप दान भी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो इसके लिए रेलवे ने गढ़मुक्तेश्वर में छह ट्रेनों का ठहराव दिया है। इससे श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी।
इन ट्रेनों का मिला ठहराव (Railway News)
सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि 13से 16 नवंबर तक गढ़मुक्तेश्वर रेलवे स्टेशन पर (22453-54) राज्यरानी एक्सप्रेस,(14321-11) आला हजरत, (15909-10) अवध असम एक्सप्रेस, (14207-08) पदमावत, (14205-06) अयोध्या कैंट-दिल्ली एक्सप्रेस, (13257-58) जनसाधारण एक्सप्रेस को अप और डाउन दोनों दिशाओं में दो मिनट के लिए रोका जाएगा।
पांडवों का राजपाठ से हो गया था मोहभंग (Railway News)
गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले की मान्यता है कि महाभारत युद्ध के दौरान मारे गए योद्धाओं के शवों को देखकर पांडवों का मन व्याकुल हो उठा था। पांडवों में राजपाठ से मोहभंग की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जिस पर भागवान श्रीकृष्ण को चिंता हुई, तो वह कार्तिक माह में पांड़वों को अपने साथ लेकर गढ़ खादर में आए।
यहां उन्होंने कई दिनों तक पड़ाव डालकर गंगा स्नान सहित पांडवों से धार्मिक अनुष्ठान कराए। पांडवों को शोक से निकालने के लिए श्रीकृष्ण ने यहां मृत आत्माओं की शांति के लिए यज्ञ और दीपदान किया, तभी से कार्तिक पूर्णिमा के दिन गढ़मुक्तेश्वर में स्नान और दीपदान की परंपरा शुरू हो गई। यह भी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन जो भी श्रद्धालु दान करता है, उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है।