Khabarwala 24 News Hapur: Railway News रेलवे लाइन पर प्रत्येक एक किलोमीटर की दूरी पर ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाने के लिए गढ़ से गाजियाबाद के बीच टीम द्वारा सर्वे किया जा रहा है।
कार्य पूरा होने के बाद ट्रेनों को सिग्नल के लिए एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक ट्रेन पहुंचने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सिस्टम को पावर सप्लाई देने के लिए दो करोड़ रुपये की लागत से दस ऑटोमेटिक ब्लॉक हट का निर्माण भी कराया जा रहा है।
27 जोड़ी ट्रेनों का होता है ठहराव (Railway News )
हापुड़ रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन 27 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव होता है और कई ट्रेना नॉन स्टॉप गुजरती है। रेलवे में अभी तक एबसेल्यूट सिग्नल सिस्टम से ट्रेनों का संचालन किया जाता है, जिससे एक ट्रेन को अगले रेलवे स्टेशन से निकलने के बाद ही दूसरी ट्रेन को सिग्नल देकर निकाला जाता है। एेसे में सिग्नल देरी से मिलने के कारण ट्रेनों को किसी स्टेशन या फिर रेल ट्रैक पर रोकना पड़ता है।
बिना वजह नहीं रुकेंगी ट्रेनें (Railway News )
रेलवे ने ट्रेनों का संचालन दुरुस्त करने के लिए सिग्नल सिस्टम को अब ऑटोमेटिक सिस्टम में बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। जिसमें प्रत्येक एक किलोमीटर पर ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाया जाएगा। इसके शुरू होने से ट्रेनों को बेवजह कहीं भी रोकना नहीं पड़ेगा, स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा। जिससे एक ही रूट पर एक के पीछे एक ट्रेन बिना लेट हुए आसानी से चल सकेगी।
यहां चल रहा है आॅटोमेटिक ब्लाॅक हट का निर्माण (Railway News )
सिग्नल सिस्टम को सप्लाई देने के लिए हापुड़ से गाजियाबाद के बीच श्यामुपर फाटक, निजामपुर, जिंदल फैक्टरी, आध्यात्मिक नगर और महरौली के समीप ऑटोमेटिक ब्लॉक हट का निर्माण भी चल रहा है। गाजियाबाद से गढ़ के बीच कुल दस स्थानों पर दो करोड़ रुपये की लागत से ब्लॉक हट का निर्माण कराया जाएगा। इसमें दो कक्षों का निर्माण होगा, एक कक्ष से ऑटोमेटिक सिग्नल को पावर सप्लाई होगी तो दूसरे कक्षा में ऑटोमेटिक स्विच के माध्यम से सिग्नल को कंट्रोल किया जाएगा।
क्या कहते हैं रेलवे अधिकारी
रेलवे के सीनियर सैक्शन इंजीनियर (सिग्नल) मूलचंद सिंह ने बताया कि ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाने के लिए महरौली रेलवे स्टेशन के निकट कार्य की शुरुआत हो गई है।