खबरवाला 24 न्यूज हापुड़: राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर जिला मुख्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलक्टर को सौंपा। चेतावनी दी गई कि अगर मांग पूरी नहीं की गई तो सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन किया गया।
मंगलवार को रालोद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर पहुंचे। किसानों की समस्या को लेकर धरना दिया। डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया गया कि वर्तमान सत्र में गन्ना मिलों को चलते हुए चार माह हो गए हैं। किन्तु आज तक गन्ने के लाभकारी मूल्य की घोषणा नहीं हुई है। किसान एकलौता ऐसा उत्पादक है जिसको अपने उत्पाद का मूल्य तय करने का भी अधिकार नहीं है। अपने खून पसीने से सींची हुई फसल को मिल मालिकों को देता जाता है, लेकिन उसको यही नहीं पता होता है कि उसकी फसल का कितना पैसा मिलेगा।
ज्ञापन में बताया गया कि राष्ट्रीय लोकदल द्वारा सवा माह से किसान संदेश अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत पूरे प्रदेश से 4 लाख से अधिक किसानों ने किसान संदेश अभियान के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गन्ना मूल्य की घोषणा कराये जाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक गन्ना मूल्य की घोषणा नहीं की गयी है जिससे गन्ना किसानी में भारी निराशा और असंतोष व्याप्त है। अनुरोध किया गया कि है कि यदि शीघ्र ही किसानी की समस्याओं का समाधान न किया गया तो राष्ट्रीय लोकदल के सभी मंडलों में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विशाल धरना प्रदर्शन करेगा।
यह मांग की गई
ज्ञापन में सत्र 2022-23 का गन्ने का लाभकारी मूल्य की घोषणा की जाय। आवारा पशुओं से किसानों की फसल बचाने हेतु उचित समाधान किया जाय। बकाया गन्ना मूल्य का ब्याज सहित भुगतान कराया जाय। ब्रज क्षेत्र में आलू निर्यात केन्द्र की स्थापना की जाए तथा आलू का समुचित मूल्य सरकार निर्धारित करें। शक्तिनगर स्वर्ग आश्रम रोड, हापुड़ की सड़क का निर्माण कराया जाए।
यह रहे मौजूद
पूर्व विधायक गजराज सिंह, जिलाध्यक्ष रविंद्र प्रधान, सदस्यता अभियान प्रभारी हेमंत मिश्रा, शिवकुमार त्यागी, प्रोफेसर अब्बास अली, बिजेंद्र सिंह, मनोज तेवतिया, गुलवीर सिरोही, खालिद जीलानी, तरुण चौधरी, चमन सिंह, योगेश जाखड़, बिजेंद्र दीवान, महाराज सिंह, ओमवीर सिंह आदि मौजूद थे।