Khabarwala 24 News Hapur: Ram Katha श्री रामलीला समिति के तत्वावधान में चल रही संगतमय श्रीरामकथा का समिति के प्रधान रविंद्र गुप्ता, महामंत्री विनोद कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने श्री रामचरितमानस जी की विधिवत आरती की। मुख्य यजमान के रूप में अजय कुमार मित्तल, रश्मि मित्तल उपस्थित रहे।
पुष्प वाटिका में हुई मुलाकात (Ram Katha)
पवन देव चतुर्वेदी व्यास जी महाराज ने प्रचवचन करते हुए कहा कि जिस समय भगवान श्री राम जनकपुरी में गए थे तो पुष्प वाटिका में प्रभु ने पूरी नगर फुलवारी का दर्शन किया । गुरु जी की आज्ञा से पुष्प वाटिका में पुष्प चुनने के लिए गए, जहां सीता माता से उनकी भेंट हुई । दोनों ने एक दूसरे को परस्पर देखा और वहीं से दोनों के मन में प्रेम भावना उत्पन्न हुई। श्री राम जी महाराज ने गुरुजी को वापस आकर सभी वृतांत बता दिया । गुरु महाराज ने आशीर्वाद दे दिया कि तुम्हारे मन के मनोरथ पूर्ण होंगे रघुनंदन।
माता पार्वती ने वरदान दिया (Ram Katha)
दूसरी ओर माता सीता ने पार्वती मां से अपने मन की बात कही। पार्वती माता ने मनवांछित वर प्राप्ति का वरदान दे दिया । अब स्वयंवर का दिन आया धनुष भंग का आयोजन हुआ 10000 राजा धनुष तोड़ने के लिए आए जब किसी पर भी धनुष नहीं टूटा तो अंत में जनक जी ने कुछ परिवचन कहे जिसको सुनकर लक्ष्मण को क्रोध आया ।
लक्ष्मण को आया क्रोध (Ram Katha)
उन्होंने कुछ क्रोध भरे वचन कहे कि मैं धनुष को उठाकर अभी तोड़ दूंगा नहीं तोड़ता हूं तो वीर कहलाना अभी छोड़ दूंगा । इसी बीच मुनि विश्वामित्र जी ने यह सब देख लक्ष्मण को शांति किया और राम जी को आज्ञा दी कि राम उठो और इस धनुष का भंजन करो । श्री राम जी सहज नहीं उठे और क्षण मात्र में गुरु जी का आवाहन कर धनुष के दो टुकड़े कर दिए । लक्ष्मण परशुराम जी का बड़ा सुंदर संवाद हुआ एवं श्री सीताराम जी के विवाह की कथा का बड़ा ही भाव भरा प्रसंग बड़े प्रेम भरा प्रसंग व्यास जी महाराज के मुखारविंद से सुनने को मिला।
यह रहे मौजूद (Ram Katha)
श्री राम कथा के दौरान डीके सर्राफ,रतनलाल ठेकेदार, रामकुमार गर्ग, नवीन गुप्ता, शुभम गोयल एडवोकेट, हरि प्रकाश जिंदल, अंकुर गर्ग सोनू, विवेक सिंघल, मुकुट लाल वर्मा, तनिष्क गुप्ता आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।