Khabarwala 24 News New Delhi : Ram Mandir Ayodhya राम मंदिर के गर्भगृह में एक तकनीकी कमी ने पुजारियों की परेशानी बढ़ा दी है। राममंदिर के एक पुजारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एक हजार करोड़ की लागत से बने गर्भगृह में रामलला को स्नान, अभिषेक कराने के बाद जो पानी फर्श पर गिरता है, उसकी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई है।
Ram Mandir Ayodhya रामलला के श्रृंगार से पहले रोजाना उन्हें स्नान कराया जाता है। सरयू जल के अलावा उन्हें मधु पर्क से भी स्नान कराया जाता है। मधु पर्क में दूध, दही, घी, शहद मिला होता है। इससे स्नान कराने के बाद उन्हें फिर से सरयू जल से नहलाया जाता है। स्नान के बाद जो पानी फर्श पर गिरता है उसे कहां ले जाएं, क्योंकि पानी निकासी की कोई व्यवस्था ही नहीं है।
टॉवर एसी नाकाफी साबित, बोलने से बच रहा ट्रस्ट (Ram Mandir Ayodhya)
Ram Mandir Ayodhya स्नान के लिए एक बड़ी थाल नीचे रखते हैं ताकि पानी उसी में गिरे, बाद में इसे पौधों में अर्पित कर दिया जाता है। जो थोड़ा बहुत पानी बचता है, उसे सुखा लिया जाता है।रामलला को गर्मी से बचाने के लिए दो टॉवर एसी लगाये गये हैं, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहे हैं। पुजारी का कहना है कि राममंदिर के इंजीनियर इसको लेकर मंथन करने में जुटे हुए हैं। इस संबंध में राममंदिर ट्रस्ट ने कुछ भी कहने से इन्कार किया है।
तोड़फोड़ हुई तो बिगड़ जाएगी गर्भगृह की सुंदरता (Ram Mandir Ayodhya)
Ram Mandir Ayodhya इसी तकनीकी कमी के चलते भीषण गर्मी के बावजूद गर्भगृह में एसी भी नहीं लग पा रहा। गर्भगृह का निर्माण पत्थरों से किया गया है। एसी लगाने के लिए पत्थरों को तोड़ना पड़ेगा। जल निकासी की व्यवस्था करने के लिए भी तोड़फोड़ करनी पड़ेगी। पत्थरों पर भव्य नक्काशी की गई है, ऐसे में तोड़फोड़ से गर्भगृह की सुंदरता बिगड़ जाएगी। यह तकनीकी रूप से भी आसान नहीं है, क्योंकि राममंदिर में एक पत्थर के ऊपर दूसरे पत्थर को जोड़ा गया है। जरा-सी छेड़छाड़ भी संभव नहीं है।