Khabarwala 24 News New Delhi: Rapid Train नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लाखों लोगों के लिए अच्छी खबर है। गाजियाबाद से नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक एक नई रैपिड रेल की योजना बनाई जा रही है। बताया गया कि रैपिड रेल कनेक्टिविटी के लिए सर्वे शुरू हो गया है। मार्च का विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नई रैपिड रेल के लिए मिट्टी परीक्षण और स्टेशनों के लेआउट के साथ सर्वेक्षण शुरू हो गया है।
दो चरणों में होगा निर्माण कार्य (Rapid Train)
बताया जा रहा है कि नई रैपिड रेल जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट और परी चौक से जुड़ी होगी, उसका निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में गाजियाबाद और इकोटेक-5 (कासना) के बीच 37.15 किमी लंबा कॉरिडोर बनाया जाएगा और 2031 तक तैयार होने की उम्मीद है। फिर अगले चरण में इकोटेक 6 से नोएडा एयरपोर्ट तक 35.11 किलो मीटर लंबा कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि परियोजना पर एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) मार्च तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) द्वारा प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है।
कौन कौन से होंगे स्टेशन (Rapid Train)
योजना के अनुसार, कुल कम से कम 12 स्टेशन रैपिड रेल का हिस्सा होंगे । जिसमें गाजियाबाद आरआरटीएस, गाजियाबाद साउथ, ग्रेटर नोएडा वेस्ट (सेक्टर 4), ग्रेटर नोएडा (सेक्टर 2), नॉलेज पार्क 5, सूरजपुर, परी चौक, इकोटेक -6, दनकौर, येडा नॉर्थ (सेक्टर-18), येडा सेंट्रल (सेक्टर-21, 35) और नोएडा एयरपोर्ट।
क्या है प्रोजेक्ट की लागत (Rapid Train)
बताया गया कि पूरी परियोजना की लागत लगभग 16189 करोड़ रुपये होगी और गाजियाबाद से कासना तक पहले चरण के गलियारे की लागत 9798 करोड़ रुपये होगी, दूसरे चरण की लागत 6391 करोड़ रुपये होगी।
रैपिड रेल परियोजना के लिए अधिकारियों ने कहा कि केंद्र लागत का 20 प्रतिशत और राज्य सरकार 50 प्रतिशत वहन करेगी। बाकी रकम यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी वहन करेगी। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साल दिसंबर में रैपिड रेल परियोजना को जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने की मंजूरी दी थी। उम्मीद है कि नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दिसंबर 2024 तक चालू हो जाएगा। उधर , दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस का प्राथमिकता खंड, साहिबाबाद से दुहाई तक चालू है।