RapidX Khabarwala 24 News New Delhi: भारत की की पहली रैपिड रेल का इंतजार समाप्त हो गया है। आज यानी 20 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी RapidX ट्रेन ‘नमो भारत’ को हरी झंडी दिखाएंगे। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे पहले हिस्से का आज उद्घाटन हो रहा है। 21 अक्टूबर से इसे आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। जिससे लोगों की यात्रा आसान हो जाएगी।
रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) एक हाई-स्पीड, हाई-फ़्रीक्वेंसी परिवहन प्रणाली है, जो 160 किमी प्रति घंटा की परिचालन गति से एनसीआर के निवासियों को क्षेत्र में निर्बाध रूप से यात्रा करने की सुविधा प्रदान करेगा। 82 किमी लंबा प्रथम कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के बीच निर्माणाधीन है।
जानिए क्या होंगी सुविधा
160 किमी प्रति घंटे की परिचालन गति के साथ, पूरी तरह से वातानुकूलित रैपिडएक्स ट्रेनों में सुरक्षित और आरामदायक क्षेत्रीय आवागमन के लिए एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन की गई । 2*2 ट्रांसवर्स सीटिंग, खड़े होकर यात्रा करने के लिए पर्याप्त स्थान, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप / मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, जैसी कई विशेषताएं होंगी।
क्या है RapidX के संचालन का समय
रैपिडएक्स ट्रेनों का परिचालन सुबह 6 बजे से रात 11 बजे के बीच होगा। दोनों दिशाओं में पहली ट्रेन द्वारा परिचालन सुबह 6 बजे आरंभ होगा और दोनों दिशाओं के स्टेशनों से अंतिम ट्रेन रात 11 बजे प्रस्थान करेगी। आरंभ में, हर 15 मिनट में एक ट्रेन उपलब्ध होगी, हालांकि सिस्टम आवश्यकता के आधार पर आवृत्ति को और बढ़ाया जा सकता है। वहीं, अगर समय की बात करें तो ये ट्रेनें 17 किलोमीटर की दूरी मात्र 12 मिनट में पूरी करेंगी।
एक साथ कर सकेंगे 1700 यात्री यात्रा
प्रत्येक रैपिडएक्स ट्रेन में 6 डिब्बे हैं, जिनमें लगभग 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं। इसमें दोनों, बैठकर एवं खड़े होकर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या शामिल है। हर स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें उपलब्ध हैं। प्रत्येक रैपिडएक्स ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है, यह प्रीमियम कोच के बाद दूसरा कोच होगा। ट्रेन के अन्य कोचों में भी महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हैं। साथ ही, प्रत्येक कोच में विकलांग यात्रियों/वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सीटें आरक्षित हैं।
पार्किंग के लिए विशेष व्यवस्था
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिक के सभी स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए वाहनो की पार्किंग बनाई गई हैं। यह पार्किंग स्टेशनो के प्रवेश/निकास द्वार के पास बनाए गए हैं ताकि यात्रियों को उनकी गाड़ी पार्क करने के लिए दूर ना जाना पड़े। इन स्टेशनो की पार्किंग में पर्याप्त संख्या में वाहन खड़े हो सकेंगे। एनसीआरटीसी की पार्किंग की खास बात ये होगी की इन स्टेशनों पर पिक एंड ड्रॉप के लिए आने वाले वाहनों के लिए शुरुआती 10 मिनट तक की पार्किंग नि:शुल्क रहेगी और अगर इससे ज्यादा देर तक वाहन खड़ा किया जाता है तो पार्किंग शुल्क देना होगा।
30 रैपिड ट्रेनें चलाने की तैयारी
दिल्ली से मेरठ पहुंचने में एक घंटे का वक्त लगेगा। दिल्ली से मेरठ के बीच पूरे रूट के निर्माण के बाद कुल 30 रैपिड ट्रेनों को चलाने की तैयारी है। गाजियाबाद के दुहाई यार्ड में रैपिड रेल कॉरिडोर का ऑपरेशन एंड कमांड कंट्रोल सेंटर तैयार किया जा रहा है।
किन पांच रुट पर चलेगी RapidX ट्रेन
इस कॉरिडोर का प्लान Rapid X प्रोजेक्ट के तहत किया गया है, जिसके मैनेजमेंट की जिम्मेदारी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की होगी। पहले खंड में रैपिड रेल साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच चलेगी। ये रूट 17 किलोमीटर लंबा है। इस रूट पर पांच स्टेशन होंगे। जिसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं।
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RapidX ट्रेन का कैसे मिलेगा टिकट ?
रैपिडएक्स ट्रेनों के लिए टिकट का सिस्टम मेट्रो की तरह ही होगा। रैपिडएक्स स्टेशनों पर टिकट काउंटरों, टिकट वेंडिंग मशीनों से टिकट खरीदा जा सकता है। इसके अलावा नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) कार्ड जारी किए जाएंगे। रैपिडएक्स कनेक्ट के माध्यम से डिजिटल क्यूआर कोड-आधारित टिकट भी जनरेट किया जा सकता है।
RapidX मेट्रो से कितनी अलग ?
रैपिडएक्स सुविधा, स्पीड और स्टाइल के मामले में मेट्रो से काफी अलग है। रैपिडएक्स 180 किमी/घंटे तक की स्पीड से दौड़ सकती है। जो मेट्रो की तुलना में लगभग 3 गुना है। Rapid X का सफर हवाई यात्रा के सफर की फीलिंग कराएगा। इसमें एडजेस्टेबल आरामदायक सीटें लगाई गई हैं, इसके अलावा खड़े होकर यात्रा करने वाले यात्रियों को दिक्कत न हो, इसका भी ध्यान रखा गया है। रैपिडएक्स में सामान रखने के लिए जगह, इंटीग्रेटेड एसी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर कंट्रोल सिस्टम है, जो मेट्रो में देखने को नहीं मिलता।