Ravan Temple Khabarwala 24 News Kanpur: देश भर में आज दशहरा (विजयदशमी) का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक रावण (Ravan )का पुतला जलाया जा रहा है। आपको यह भी बता दें कि भारत में एक ऐसी भी जगह है जहां पर रावण का मंदिर है और लोग यहां पर पूजा अर्चना करते हैं। दरअसल, साल में सिर्फ एक बार ही यह चंद घंटों के लिए मंदिर खुलता है । आपको बता दें कि ऐसी अनोखी जगह उत्तर प्रदेश के कानपुर में है, जहां दशहरे के दिन रावण की पूजा की जाती है।
चंद घंटों के लिए खोला जाता है रावण का मंदिर (Ravan Temple )
रावण का यह मंदिर कानपुर के मेस्टन रोड शिवाला खास बाजार में स्थित है। पुजारियों का कहना है कि इस मंदिर में पूजा करने के लिए लोग कतार में लगे रहते हैं। पूरे देश में आज के दिन रावण (Ravan ) का पुतला जलाया जाता है लेकिन यहां लोग रावण की पूजा करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि रावण बहुत ही विद्वान और शक्तिशाली था। उसके जितना विद्वान कोई दूसरा नहीं था। इसलिए दशहरा पर सिर्फ मंदिर खुलता है। पुजारियों का कहना है, ‘जब राम ने लक्ष्मण से कहा था कि रावण के पैरों की तरफ खड़े होकर सम्मानपूर्वक नीति ज्ञान की शिक्षा ग्रहण करो, क्योंकि धरातल पर कभी रावण के जैसा कोई ज्ञानी पैदा न हुआ है और न कभी होगा, रावण का यही स्वरूप पूजनीय है और इसी स्वरुप को ध्यान में रखकर कानपुर में रावण के पूजन का विधान है।
दूध से कराया जाता है रावण को स्नान (Ravan Temple )
पुजारियों का कहना है कि दशहरे के दिन जब पूजा के लिए मंदिर खोलते हैं तो लोगों की भीड़ लग जाती है और पूजा करने के लिए स्थानीय लोग उमड़ पड़ते हैं। मंदिर में रावण को दूध से स्नान करवाया जाता है और श्रंगार कर नए वस्त्र पहनाए जाते हैं। उसके बाद फिर से मंदिर को एक साल के लिए बंद कर दिया जाता है। आज के दिन काफी संख्या में भक्त दर्शन के लिए यहां पर आते हैं। मान्यता यह है कि आज के दिन दर्शन से बुद्धि और शक्ति का विकास होता है, क्योंकि रावण (Ravan )बहुत बड़ा विद्वान था। यहां के पुजारियों का मत है कि रावण को जब भगवान राम ने मारा था तो नाभि में लगने के बाद और रावण के धराशाही होने के बीच कालचक्र ने जो रचना की, उसने रावण को पूजने योग्य बना दिया।