Khabarwala 24 News New Delhi : Role of Women CISF गृह मंत्रालय (MHA) ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहली बार एक ऑल-वुमेन बटालियन बनाने को मंजूरी दे दी है।
यह फैसला महिला सुरक्षा कर्मियों के लिए एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। CISF महिलाओं के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में सेवा करने का एक लोकप्रिय विकल्प रहा है। वर्तमान में CISF में 7% से अधिक महिलाएं कार्यरत हैं। महिला बटालियन के जुड़ने से देशभर की युवा महिलाओं को CISF में शामिल होने और राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। इसके साथ ही CISF में महिलाओं को एक नई पहचान भी मिलेगी।
लोकेशन तय करने की तैयारियां शुरू (Role of Women CISF)
CISF मुख्यालय ने इस नई महिला बटालियन के लिए भर्ती प्रक्रिया, प्रशिक्षण और मुख्यालय की लोकेशन तय करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बटालियन को खासतौर पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि ये कमांडो के रूप में VIP सुरक्षा, हवाई अड्डों की सुरक्षा और दिल्ली मेट्रो रेल सुरक्षा जैसी विभिन्न भूमिकाएं निभा सकें।
महिलाओं की भूमिका मजबूत कदम (Role of Women CISF)
CISF में महिला बटालियन का प्रस्ताव पहली बार CISF दिवस के 53वें समारोह के मौके पर माननीय गृह मंत्री के निर्देश के बाद लाया गया था। अब इसे मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा। यह कदम न केवल CISF बल्कि पूरे सुरक्षा बलों में महिलाओं की भूमिका को मजबूती प्रदान करेगा और उन्हें एक नई दिशा देगा।
संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा तैयार (Role of Women CISF)
इस नई महिला बटालियन के गठन से CISF की विभिन्न जिम्मेदारियों में महिलाओं की भागीदारी और भी मजबूत होगी। यह बटालियन देश के संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और महत्वपूर्ण स्थानों की निगरानी के लिए तैयार की जा रही है। इसके साथ ही इसका लक्ष्य है कि महिलाओं को सुरक्षा बलों में नेतृत्व और कमांडिंग पोजीशन में आने का अवसर मिले।