खबरwala 24 न्यूज हापुड़: जिले की दोनों चीनी मिलों पर गन्ना (ganna) किसानों का 264.61 करोड़ रुपये बकाया है। किसान संगठन आए दिन धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंप रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी मिल प्रशासन गन्ना भुगतान की ओर गंभीर नहीं है।
शासन की ओर से गन्ना तौल के 14 दिनों के अंदर भुगतान करने के निर्देश हैं, इसके बावजूद पेराई सत्र समाप्त हुए आठ माह से ज्यादा समय बीतने के बावजूद चीनी मिलों ने बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया है।
गन्ना भुगतान न होने से किसान परेशान हैं। उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी फसल की बुआई करने में भी दिक्कत आ रही है। सिंभावली और ब्रजनाथपुर चीनी मिल पर पिछले पेराई सत्र का 78.56 करोड़ रुपये बकाया है। मौजूदा पेराई सत्र में 186.04 करोड़ रुपये का गन्ना किसानों से खरीदा जा चुका है। भुगतान में अव्यवस्था का यही कारण है कि इस बार हापुड़ जिले के 20 से अधिक गांवों के किसानों ने सिंभावली चीनी मिल से दूरी बनाने का निर्णय लिया है। केंद्र बदलवाने के लिए उन्होंने गन्ना समिति के सचिवों को प्रस्ताव भी दिया है, जो प्रस्ताव गन्ना आयुक्त तक पहुंच गया है।
ग्राम श्यामपुर के किसान नरेंद्र सहवाग का कहना है कि गन्ना भुगतान न होने के कारण किसान परेशान हैं। मिल और प्रशासन जल्द गन्ने का भुगतान कराएं, ताकि उन्हें दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
क्या कहती हैं अधिकारी
गन्ना भुगतान कराने के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। इस संबंध में लगातार निर्देश जारी किए जा रहे हैं। किसानों के खातों में पैसा भिजवाया जा रहा है। पिछले वर्षों की तुलना में भुगतान की स्थिति में सुधार हुआ है। पूरा प्रयास है कि भुगतान की स्थिति को और बेहतर किया जाए। -निधि गुप्ता, जिला गन्ना अधिकारी