Shamli News Khabarwala 24 News Shamli: सोचिए किसी दुल्हे की शादी हो और वह पूरी तरह से सज-धजकर तैयार हो और तभी अचानक से पुलिस आकर दुल्हे को अपने साथ ले जाने लगे तो क्या होगा। कुछ ऐसा ही हुआ शामली के चौसान चौकी क्षेत्र के गांव बल्लामाजरा में। यहां का रहने वाला एक युवक अपने निकाह की तैयारियों में था और उसके चारों तरफ बरातियों का जमघट लगा था। इसी दौरान हरियाणा की साइबर क्राइम की टीम मौके पर पहुंचती है और उसे हिरासत में ले लेती है। जानकारी करने पर पता चला कि दुल्हा करीब एक लाख रुपये की साइबर ठगी में आरोपी है। बाद में प्रधान और परिजनों के लिखित आश्वासन पर उसे निकाह की वजह से छोड़ दिया गया। हालांकि तीन दिन बाद उसे पुलिस के हवाले करना होगा।
क्या है पूरा मामला
हरियाणा की फरीदाबाद साइबर क्राइम की टीम ने रविवार को छापेमारी कर बीते अगस्त महीने में दर्ज मुकदमे के एक वांछित आरोपी को हिरासत में ले लिया। टीम के एडिशनल एसएचओ नरेंद्र कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने शामिल जनपद के चौसान चौकी क्षेत्र के गांव बल्लामाजरा निवासी आरोपी नूरआलम को उस समय पकड़ा जब वह अपने निकाह की तैयारी में सजा-धजा बैठा था। बारातियों की भीड़ कम होते ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस कार्रवाई से गुस्से में आए परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया और विरोध के बीच हरियाणा पुलिस की हिरासत से उसको छुड़ा लिया गया। जिसकी जानकारी नरेंद्र कुमार ने एसपी अभिषेक को दी। सूचना पर पहुंची चौसाना पुलिस ने ग्रामीणों व परिजनों को विश्वास में लेकर आरोपी को हरियाणा पुलिस के सुपुर्द किया। जिसके बाद झिंझाना थाने पर आरोपी से पूछताछ की गई।
देर शाम पढ़ा गया निकाह
फरीदाबाद साइबर क्राइम टीम ने निकाह होने के कारण नूरआलम (22) को तीन दिन का समय देकर परिजनों के हवाले कर दिया है। जिसके बाद वह अपने परिजनों व रिश्तेदारों के संग मेरठ के लिए रवाना हुआ। देर शाम करीब सात बजे निकाह पढ़ा गया। नूरआलम मुकदमे का आरोपी है। निकाह में लड़की पक्ष को हानि होगी। जिसको देखते हुए तीन दिन में निकाह का काम निपटाकर उसे सरेंडर करने के लिए कहा गया है।
क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम पर की गई थी ठगी
साइबर क्राइम एनआईटी थाना फरीदाबाद हरियाणा में अगस्त महीने में एक व्यक्ति को क्रेडिट कार्ड बनवाने की एवज में बल्लामाजरा के नूरआलम और उसके एक अन्य साथी ने 10 हजार, 20 हजार, 15 हजार अलग अलग रकम में करीब एक लाख रुपयों को अपने बैंक खाते में डलवाया और बाद मे अपने मोबाइल नंबरों को बदल लिया। दूसरा साथी दिल्ली का बताया है, जो फरार है। ठगी के बाद नूरआलम ने भी दिल्ली मे रहना छोड़ दिया था।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले में सीओ अमरदीप मौर्य ने बताया कि हरियाणा के फरीदाबाद की पुलिस ने नूरआलम को ठगी मे पकड़ा था। पुलिस को हिदायत दी गई है कि दबिश के दौरान लोकल पुलिस को सूचना दें। उच्चाधिकारियो के माध्यम से भी हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रोटोकाल का पालन करने के लिए कहा जाएगा।