Khabarwala 24 News New Delhi : Shani Dev Ki Tedhi Nazar जब भी शनि देव किसी राशि में गोचर करते हैं तो कुछ पर उनका सकारात्मक तो कुछ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शनि के राशि परिवर्तन से वैदिक पंचांग के मुताबिक कुछ राशियों की साढ़ेसाती खत्म होती है, तो कुछ की शुरू हो जाती है। वहीं जिन राशियों पर शनि देव की तिरछी नजर होती है, तो उनकी साढ़ेसाती शुरू हो जाती है और इस दौरान उनके जीवन में कई सारे उतार-चढ़ाव और चुनौतियां आती हैं।
शनि के मीन राशि में प्रवेश करने से मकर राशि के लोगों की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी, जबकि मेष राशि पर साढ़ेसाती का असर शुरू हो जाएगा। वहीं कुंभ राशि की उतरती साढ़ेसाती होगी। कुल मिलाकर मकर राशि के लोगों के लिए यह राहत की खबर है, तो मेष राशि के जातकों के लिए चुनौतियों का दौर शुरू हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि आने वाले 12 सालों तक शनि देव की तिरछी नजर किन-किन राशि के जातकों पर रहने वाली है।
वर्तमान समय में शनि देव कुंभ राशि में (Shani Dev Ki Tedhi Nazar)
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक वर्तमान समय में शनि देव कुंभ राशि में हैं और इसी वजह से वह कुंभ, मीन और मकर राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का प्रभाव चल रहा है, लेकिन 29 मार्च 2025 को शनि एक बार फिर से राशि परिवर्तन करके मीन राशि में प्रवेश करेंगे, इससे उनकी स्थिति बदल जाएगी और नई राशियों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी, जो अगले 12 सालों तक रहेगी।
इन राशियों पर शुरू होगी साढ़ेसाती (Shani Dev Ki Tedhi Nazar)
आने वाला साल कुछ राशि के जातकों के लिए मुश्किल भरा रहने वाला है, क्योंकि 29 मार्च 2025 से शनि एक बार फिर से राशि परिवर्तन करके मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे कुंभ, मेष और मीन राशि वालों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगीं। हालांकि इस परिवर्तन से कुंभ राशि के जातकों की उतरती साढ़ेसाती होगी, वहीं मीन राशि की मध्य साढ़ेसाती और मेष की चढ़ती साढ़ेसाती रहेगी।
तिरछी नजर और साढ़ेसाती का असर (Shani Dev Ki Tedhi Nazar)
3 जून 2027 इस दिन शनि एक बार फिर से राशि परिवर्तन करके मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही मेष, वषृष और मीन पर इनकी तिरछी नजर होगी जिससे साढ़ेसाती का असर इन राशियों के जातकों पर रहेगा। 20 अक्टूबर 2027 इस दिन से शनि वक्री होकर मीन राशि में वापस आ जाएगा, जिससे कुंभ, मीन और मेष राशि पर फिर से साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा।
मीन, मेष और वृष राशि पर साढ़ेसाती (Shani Dev Ki Tedhi Nazar)
23 फरवरी 2028 इस दिन शनि मेष राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में मीन, मेष और वृष राशि पर साढ़ेसाती का असर रहेगा। 8 अगस्त 2029 से मेष, वृष और मिथुन राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू होगा। 5 अक्टूबर 2029 में ही एक बार फिर से शनि अपनी चाल में बदलाव करेंगे, जिसका असर मीन, मेष और वृष राशि के जातकों पर पड़ेगा और इन पर साढ़ेसाती का असर बनेगा।
कर्क और सिंह के साथ कन्या राशि भी (Shani Dev Ki Tedhi Nazar)
17 अप्रैल 2030 शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव 2030 में मेष, वृष और मिथुन राशि के जातकों पर रहेगा। 31 मई 2032 साल 2032 से वृष और मिथुन के साथ-साथ कर्क राशि वाले जातक भी शनि की साढ़ेसाती का शिकार होंगे। 13 जुलाई 2034 वहीं साल 2034 तक मिथुन और कर्क के साथ सिंह राशि पर भी साढ़ेसाती का प्रभाव बनेगा। 27 अगस्ट 2036 साल 2036 आते-आते कर्क और सिंह के साथ कन्या राशि भी शनि की साढ़ेसाती का शिकार हो जाएगी।