Khabarwala 24 News New Delhi : Shri Kedarnath Dham पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत श्री केदारनाथ धाम में दुनिया का सबसे लंबा रोपवे बनने जा रहा है, जिससे बाबा केदार के दर्शन अब और भी आसान हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजना को मंजूरी दे दी है। केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट की लागत 4,081 करोड़ रुपये होगी, जिससे 13 किलोमीटर लंबा रोपवे तैयार किया जाएगा।
8 घंटे की कठिन चढ़ाई सिर्फ 36 मिनट में (Shri Kedarnath Dham)
अभी केदारनाथ जाने के लिए श्रद्धालुओं को 16 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है, जिसमें 8-9 घंटे लग जाते हैं. लेकिन नए रोपवे प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद यह सफर मात्र 36 मिनट में तय किया जा सकेगा. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक कैबिनेट ब्रीफिंग में यह जानकारी दी.
पॉइंट्स में समझिए ऐसा है रोपवे प्रोजेक्ट? (Shri Kedarnath Dham)
सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 13 किलोमीटर लंबा रोपवे बनेगा। ट्राई-केबल डिटैचेबल गोंडोला (3S) तकनीक से बनेगा, जो इसे सुरक्षित और तेज़ बनाएगा। हर घंटे 1,500 से ज्यादा यात्री यात्रा कर सकेंगे, जिससे रोज़ाना 18,000 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच सकेंगे। हेमकुंड साहिब रोपवे प्रोजेक्ट पर भी करीब 2,730 करोड़ खर्च होंगे।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा (Shri Kedarnath Dham)
इस रोपवे के बनने से उत्तराखंड के पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। श्रद्धालुओं के लिए यात्रा आसान होने से पूरे साल यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, जिससे होटल, रेस्टोरेंट, ट्रांसपोर्ट और अन्य उद्योगों को भी लाभ मिलेगा। इसके अलावा, निर्माण और संचालन के दौरान हजारों लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
श्रद्धालुओं के लिए वरदान होगा प्रोजेक्ट (Shri Kedarnath Dham)
केदारनाथ और हेमकुंड साहिब हिंदू और सिख धर्म के प्रमुख तीर्थस्थल हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। रोपवे के जरिए अब बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को भी बिना किसी कठिनाई के बाबा केदार और हेमकुंड साहिब के दर्शन करने का अवसर मिलेगा।