Sister Death Revenge After 12 Year Khabarwala 24 News Gorakhpur: यूपी के जनपद गोरखपुर में गीडा क्षेत्र के पिपरी गांव के दो सगे भाइयों ने 12 साल पहले हुई बहन की हत्या का बदला लिया है। आरोपी युवक को भाइयों ने कुल्हाड़ी से काट डाला। उसका शव को बाइक पर रखकर राप्ती नदी में जाकर फेंक दिया। पुलिस ने भाइयों को हिरासत में लिया तो उन्होंने घटना कबूलते हुए हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी पुलिस को बरामद करा दी। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उधर,राप्ती नदी में युवक के शव की तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार पिपरी निवासी शंभू चौहान का बेटा उमेश चौहान दीपावली की रात अचानक घर से लापता हो गया। घर वालों ने पूरी रात तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। सोमवार सुबह घर से थोड़ी दूरी पर खून के निशान देख परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पड़ोस के ही दो सगे भाइयों पर आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी।
भाइयों ने 12 साल बाद लिया हत्या का बदला (Sister Death Revenge After 12 Year)
एक-तरफा प्रेम में उमेश ने गांव की युवती और उसके छोटे भाई के ऊपर पेट्रोल डालकर जला दिया था। युवती की तो मौत हो गई थी जबकि भाई बच गया था। बहन की हत्या का बदला लेने के लिए प्रतिशोध में जल रहे भाइयों ने 12 साल बाद उस समय बदला लिया जब उमेश यह मान लिया था कि अब दोनों भाई घटना को भूल गए हैं। जबकि दोनों भाई तो इसी मौके के इंतजार में थे। दीपावली की रात उमेश को घर से निकला तो सिकंदर और उपेन्द्र ने कुल्हाड़ी लेकर उसका पीछा किया और पटाखों की शोर में उसकी बेरहमी से कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। बताया गया कि हत्या के बाद उमेश की किसी को लाश न मिले इसके लिए शव को 200 मीटर तक घसीट कर ले गए।
राप्ती नदी में फेंका शव (Sister Death Revenge After 12 Year)
बताया गया कि बाद में एक भाई घर से बाइक लेकर आया और शव को बाइक पर लादकर राप्ती नदी में फेंक कर आधी रात को वापस घर पहुंच गए। हत्या के बाद भी उन्हें भागने की जल्दी नहीं थी। यही नहीं, जब पुलिस ने उन्हें पकड़ा तब भी उन्होंने भागने की कोशिश नहीं की। पुलिस ने जब उमेश की हत्या के बारे में पूछा तो उन्होंने बिना देरी किए न सिर्फ जुर्म स्वीकार कर लिया। बल्कि किस तरह से उन्होंने बेरहमी से हत्या की, उसके बारे में भी बताया। उन्होंने हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी और शव को नदी में फेंकने में इस्तेमाल बाइक भी बरामद करा दी।
पुलिस के अनुसार वर्ष 2011 में सिकंदर और उपेन्द्र की बहन तथा उपेन्द्र को उमेश ने पेट्रोल फेंककर आग लगा दी थी। गंभीर रूप से झुलसने के कारण युवती की मौत हो गई थी। हालांकि उपेन्द्र बच गया था।
