Khabarwala 24 News New Delhi : Startup Bihart मधुबनी के अलावा भी बहुत सी कलाएं हैं बिहार के पास। इन्हें संजोने और संवारने का काम कर रही हैं सुमति और उनका स्टार्टअप Bihart। यही नहीं इसके ज़रिए उन्होंने बिहार की सुजनी, मंजूषा जैसी कला के साथ-साथ चिंगारी, फिशनेट और झरना जैसी बुनाई को भी फिर से जिन्दा कर दिया है। सुमति ने बताया कि लोग मधुबनी को छोड़कर बिहार के बारे में कुछ नहीं जानते थे। उनके परिवार की कला के प्रति रूचि के कारण सुमति का भी इस क्षेत्र में हमेशा से रुझान रहा। यही कारण था कि उन्होंने इस समृद्ध कला को अपना काम बनाया।
बिहार की कला को दिलाई देशभर में पहचान (Startup Bihart)
पढ़ाई के सिलसिले में ज़्यादातर समय पटना से बाहर रहीं सुमति जलान ने हमेशा महसूस किया कि बिहारियों को एक अलग ही नजर से ही देखा जाता है। जब वो लोगों को बतातीं कि वह बिहार से हैं तो लोग उन्हें कहते आप बिहारी तो नहीं लगती? वह कई ऐसे लोगों से भी मिलीं, जो खुद को बिहारी कहलाने से भी हिचकिचाते थे।
‘Bihart’ स्टोर लॉन्च कर छोटी सी शुरुआत (Startup Bihart)
ऐसे में सुमति ने कुछ ऐसा करने की सोची जिससे हर बिहारी को उनकी संस्कृति और इतिहास पर गर्व हो सके। 2018 में पटना आकर उन्होंने अपनी कॉर्पोरेट की नौकरी के साथ-साथ तीन बुनकरों को ढूंढा और एक छोटे स्तर पर ‘Bihart’ स्टोर लॉन्च कर छोटी सी शुरुआत करने का मन बनाया।
कुर्ता, कुशन कवर जैसी चीजें बनाना शुरू किया (Startup Bihart)
वह चाहती थीं कि इन कलाओं को एक मॉडर्न रूप देकर आम लोगों से जोड़ा जाए। वह विशेष रूप से बुनकरों से कपड़ा बुनवातीं और उसपर स्थानीय कलाकारों से सुजनी और ऐप्लिक आर्ट करवातीं। उन्होंने इस तरह कुर्ता, कुशन कवर जैसी चीजें बनाना शुरू किया। बिज़नेस को देशभर में पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया की मदद ली।
ब्रांड को सोशल मीडिया के ज़रिए पहचान मिली (Startup Bihart)
सोशल मीडिया पर बिहार्ट के बारे में पढ़ने के बाद कई लोग उनके स्टोर पर आने लगे। धीरे-धीरे उनके ब्रांड को सोशल मीडिया के ज़रिए पहचान मिलने लगी। उन्हें Vouge जैसी बड़ी मैगज़ीन से फ़ोन आया फिर मुंबई से एक-दो फैशन ब्लॉगर्स भी Bihart के बारे में समझने के लिए उन्हें कॉल करने लगे।
कला पर गर्व करने का सन्देश भी दे रहा बिहार्ट (Startup Bihart)
इस तरह बिहार्ट के कपड़ों के देशभर से ऑर्डर भी मिले। सुमति ने अपने ब्रांड को पूरी तरह से सस्टेनेबल बनाया है। धागे के चुनाव से लेकर वेस्ट तक, सबका ख्याल वो बखूबी रखती हैं। आज यह जीरो वेस्ट ब्रांड 25 कारीगरों और तीन बुनकरों को रोजगार दे रहा है। साथ ही हर बिहारी को कला पर गर्व करने का सन्देश भी दे रहा है।