Wednesday, December 11, 2024

Strange and Wonderful : 900 से भी ज्यादा रहस्य्मयी मंदिर बने है इस पहाड़ी पर जहांं मुस्लिम भी टेकते हैं माथा

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Khabarwala 24 News New Delhi : Strange and Wonderful कहीं किसी इमारत के बनने की अजब-गजब कहानी सुनाई दे जाती है, तो कोई जगह अपने इतिहास को लेकर दुविधा में डाल देती है। भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है, जो अपनी अनोखी विविधताओं से हर किसी को हैरान कर देता है। अब आप यही देख लीजिए क्या आप जानते थे भारत में एक ऐसी पहाड़ी भी है, जिसपर एक-दो नहीं बल्कि 900 मंदिर बने हुए हैं।

​यहां बना है ये अनोखा पर्वत (​Strange and Wonderful)

पर्वत गुजरात के भावनगर जिले के पालीताना इलाके में स्थित है। जितना खूबसूरत ये स्थान है, उतना ही बढ़िया यहां का नाम है। ‘शत्रुंजय पर्वत’ से प्रसिद्ध इस जगह का नाम यहां से गुजरने वाली शत्रुंजय नदी की वजह से रखा गया है। आज के समय में ये पर्वत हजारों-लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का एक बड़ा केंद्र बन चुका है। बता दें, हर साल यहां काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। भावनगर से इस पर्वत की दूरी करीबन 50 किमी है।

​कब किया पर्वत का निर्माण ​(​Strange and Wonderful)

हजारों रोचक बातों के बीच दिलचस्प चीज यहां के 900 मंदिर हैं, जो पर्वत पर बने हुए हैं। यहां तक पहुंचने के लिए करीबन 3000 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। कहते हैं, जैनियों के 24 में से 23 तीर्थंकर इस पर्वत पर ध्यान लगाने आए थे। माना जाता है कि इस पर्वत पर जैन तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने ध्यान किया था। साथ ही अपना पहला उपदेश भी उन्होंने इसी जगह पर दिया था।

​जगह क्यों है इतनी खास ​(​Strange and Wonderful)

जानकारी के अनुसार, मंदिरों की नक्काशियां इतनी खूबसूरत हैं कि देखने वाला मोहित हो उठता है। वहीं, सुबह का नजारा तो और भी ज्यादा हसीन है। संगमरमर से बने 900 मंदिरों का निर्माण 11वीं सदी में किया गया था। जब सूर्य की किरणें यहां पड़ती हैं, तब मंदिर सोने की तरह चमक उठते हैं। वहीं रात में चंद्रमा की रोशनी इन्हें मोतियों की तरह दिखा देती हैं।

​मुस्लिम धर्म के लिए खास ​(​Strange and Wonderful)

इसकी मान्यता इतनी है, लोग कार्तिक पूर्णिमा के दिन पर्वत पर हजारों की संख्या में इकट्ठा होते हैं। बता दें, मंदिर परिसर में मुस्लिम संत अंगार पीर की मजार भी बनी हुई है। ऐसा कहते हैं, इन्होंने मुगलों से शंत्रुजय पहाड़ी की रक्षा की थी इसलिए संत अंगार पीर को मानने वाले मुस्लिम भी इस पर्वत पर आते हैं और मजार पर मत्था टेककर जाते हैं। मौका मिले तो आप भी एक बार यहां जरूर जाएं।

कैसे पहुंचे पालीताना (​Strange and Wonderful)

सड़क द्वारा: पलिताना भावनगर से 51 किमी/2 घंटे की दूरी पर स्थित है। राजकोट से 4 घंटे, अहमदाबाद (5 घंटे) और वडोदरा (6 घंटे) से दूर है।

ट्रेन से: पलिताना भावनगर रेलवे स्टेशन से 51 किमी/2 घंटे की दूरी पर स्थित है। यहां से आप फिर पर्वत के लिए टैक्सी ले सकते हैं।

हवाईजहाज से: पलिताना भावनगर हवाई अड्डे से 51 किमी/2 घंटे की दूरी पर स्थित है। यहां से भी आपको मंदिर के लिए टैक्सी मिल जाएगी।

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