Khabarwala 24 News Lucknow: Sultanpur jewelers robbery उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में ज्वेलर्स की दुकान में डकैती डालने वाले अनुज प्रताप सिंह को भी पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। लखनऊ एसटीएफ की टीम के साथ आरोपी अनुज और उसके एक साथी की उन्नाव जिले में मुठभेड़ हुई थी।
जिसमें अनुज को एसटीएफ की गोली लगी, जबकि दूसरा भागने में कामयाब रहा। घायल अनुज को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे पहले इसी मामले से जुड़े मंगेश यादव को एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।
क्या है पूरा मामला (Sultanpur jewelers robbery)
जानकारी के अनुसार, सुल्तानपुर लूटकांड के आरोपी अनुज प्रताप सिंह और उसके साथी के साथ एसटीएफ की मुठभेड़ उन्नाव के अचलगंज थाना इलाके में हुई थी। जिसमें एक बदमाश घायल हुआ और दूसरा मौके का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहा।
घायल बदमाश की शिनाख्त अमेठी के मोहनगंज थाना इलाके के रहने वाले अनुज प्रताप सिंह के रूप में हुई। घायल बदमाश को प्राथमिक उपचार के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में घायल आरोपी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
ज्वैलरी दुकान में पहले अनुज ही अंदर गया था (Sultanpur jewelers robbery)
सुल्तानपुर डकैती का जो वीडियो पुलिस ने जारी किया था, उसमें दिखाई दे रहा था कि दुकान के अंदर सबसे पहले अनुज प्रताप सिंह ही घुसा था। उसी ने सबसे पहले दुकान के अंदर बैठे दुकानदार भरत सोनी और उसके बेटे को पिस्तौल तानकर धमकाया था। अनुज के बाद ही गैंग के बाकी चार साथी अंदर घुसे थे।
अनुज प्रताप सिंह गैंग सरगना विपिन सिंह का सबसे करीबी था। गुजरात में पड़ी डकैती में भी विपिन सिंह के साथ अनुज प्रताप सिंह शामिल था। इससे पहले सुल्तानपुर लूटकांड के दो और आरोपियों के साथ एसटीएफ की मुठभेड़ हुई थी। इनमें एक आरोपी मंगेश यादव की मौत हो गई थी, जबकि दूसरे आरोपी अजय यादव के पैर में गोली लगी थी, जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मंगेश यादव पर थे दर्जनों मुकदमें (Sultanpur jewelers robbery)
बीते पांच सितंबर को डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव की एसटीएफ से मुठभेड़ के बाद मौत हो गई थी। पुलिस ने ये एनकाउंटर सुल्तानपुर के ही देहात कोतवाली के हनुमानगंज बाईपास पर किया था। आरोपी फरार चल रहा था और उस पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था ।
जौनपुर के बक्श थाना इलाके का रहने वाले मंगेश यादव ने पुलिस पर पहली गोली चलाई थी, जिसके बाद पुलिस ने बचाव में गोली चलाई। पुलिस ने मौके से एक पिस्टल .32 बोर व कारतूस, तमंचा .315 बोर, एक बाइक और लूट से संबंधित जेवरात भी बरामद किए हैं। मंगेश यादव पर पहले से दर्जनों केस दर्ज थे।
मंगेश के एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे थे (Sultanpur jewelers robbery)
मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी कहा था कि मंगेश का एनकाउंटर नहीं, हत्या नहीं हुई है। उन्होंने कहा था कि अगर दिमाग होता तो चप्पल में एनकाउंटर नहीं करते। सरकार एनकाउंटर से डराना चाहती है। अधिकारी एनकाउंटर करने के लिए रणनीति बनाते हैं।
पांच बदमाश थे डकैती में शामिल (Sultanpur jewelers robbery)
सुल्तानपुर में ज्वैलरी शॉप में हुई डकैती के मामले में पुलिस ने अब तक 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो आरोपियों मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। जिन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। उन सब पर एक-एक लाख का इनाम घोषित किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों में अरविंद यादव, दुर्गेश सिंह, विवेक सिंह, अजय यादव और विपिन सिंह शामिल हैं।
दो किलो सोने के आभूषण हुए बरामद (Sultanpur jewelers robbery)
बदमाशों के पास से ज्वैलरी शॉप से लूटा गया 2 किलो 700 ग्राम हीरे जड़ित सोने के जेवरात बरामद किये गए हैं। 28 अगस्त को हुई डकैती के दौरान बदमाशों ने जिस बोलेरो गाड़ी को बैकअप में रखा था वो बोलेरो भी बरामद हुई है। बोलेरो का मालिक त्रिभुवन कोरी को पहले ही एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया जा चुका है।
चार आरोपी अब भी फरार (Sultanpur jewelers robbery)
सुल्तानपुर लूटकांड में चार आरोपी अब भी फरार बताए जा रहे हैं। भरत जी ज्वैलर्स के यहां दिन दहाड़े घटित इस सनसनीखेज लूटकांड में पुलिस अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में कुल 14 आरोपियों की पहचान हुई थी। एक आरोपी अज्ञात है। 5 सितंबर को मंगेश यादव और अब 23 सितंबर को अनुज प्रताप सिंह कुल दो आरोपी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।
चार आरोपी अब भी फरार बताए जा रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों में तीन सितम्बर को एनकाउंटर के बाद पकड़े गए त्रिभुवन, पुष्पेंद्र, सचिन, 11 सितम्बर को पकड़े गए दुर्गेश सिंह, विनय शुक्ला, विवेक सिंह, अरविंद यादव और 20 सितम्बर को एनकाउंटर में पकड़ा गया अजय यादव उर्फ डीएम शामिल है। अब भी फरार आरोपियों में अरबाज, फुरकान, अंकित यादव और एक अज्ञात है। सभी पर एक-एक लाख रुपए का इनाम रखा गया है।