Khabarwala 24 News New Delhi : Sunita Williams In Space कल्पना कीजिए, आप एक छोटी सी छुट्टी पर गए हैं। सबकुछ ठीक चल रहा है, मजा आ रहा है लेकिन अचानक, आपका घर वापस जाने का पूरा प्लान ही बदल जाए। अब आपको वहीं छह महीने रहना पड़े। कुछ ऐसा ही हुआ है
Sunita Williams In Space सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ। ये दोनों अच्छे दोस्त हैं, जो अंतरिक्ष में एक मिशन पर गए थे। बस आठ दिन रहने की योजना थी, लेकिन हालात बदल गए और अब उन्हें वहां छह महीने बिताने पड़ेंगे। अंतरिक्ष, ये नाम सुनते ही हमें तारों, चांद और रोमांच की कल्पना होती है लेकिन असलियत में ये एक बहुत अलग दुनिया है। वहां रहना, खाना पीना, सोना, सब कुछ धरती से बहुत अलग है।
सुबह की दिनचर्या से शुरुआत (Sunita Williams In Space)
परिवार, दोस्त, सब कुछ दूर है। सिर्फ तारों की चमक और साथी की मौजूदगी ही सहारा बन रही है। सुबह 6 बजे के कॉल से दिन की शुरुआत होती है। अंतरिक्ष यात्रियों को जल्दी उठकर अपनी दिनचर्या शुरू करनी होती है, जिसमें पर्सनल केयर, नाश्ता, और डेली वर्क शामिल होते हैं। नाश्ते में अक्सर ऐसे फूड आइटम्स होते हैं जिन्हें अंतरिक्ष में खाने के लिए खास तैयार किया गया है।
15 घंटे की शिफ्ट्स में वर्किंग (Sunita Williams In Space)
दिन भर की 15 घंटे की शिफ्ट्स में Scientific Experiment, स्टेशन की देखरेख, और अलग अलग काम शामिल होते हैं। इन शिफ्ट्स के दौरान, अंतरिक्ष यात्री अलग- अलग साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट करते हैं और स्टेशन के वेरियस हिस्सों की मरम्मत और देखभाल करते हैं। हर मिनट के एक्शन का एक सख्त प्रोग्राम होता है, जो अंतरिक्ष में काम को Streamlined और सुरक्षित बनाता है।
जीरो ग्रैविटी की बड़ी चुनौती (Sunita Williams In Space)
जीरो ग्रैविटी की सिचुएशन में काम करना एक बहुत बड़ी चुनौती है। इस स्थिति में, अंतरिक्ष यात्री को अपने डिवाइस को पकड़ने, तैरने और खुद को एक Certain Point पर स्थिर रखने के लिए स्पेशल टेक्निक्स का उपयोग करना पड़ता है। इस स्थिति से निपटने के लिए, अंतरिक्ष यात्रियों को Special Training दी जाती है, जिससे वे इन चैलेंजेस को अच्छे से पार कर सकें।
Sunita-Butch का अनुभव (Sunita Williams In Space)
NASA के अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams और Butch Wilmore अगले 6 महीनों तक ISS पर रहेंगे। इस दौरान, उन्हें ये सभी चुनौतियां और कठिनाइयां झेलनी होंगी। सबसे बड़ी चुनौती है अकेलापन। वे हर दिन 15 घंटे की शिफ्ट्स में काम करेंगे और जीरो ग्रैविटी की स्थिति का सामना करेंगे। इस कठिन कार्य में उनकी तैयारियाँ और धैर्य ही उनकी सफलता की कुंजी होंगे।